भोपाल। भारत में बाघों की संख्या में लगातार इजाफा होने से वन्यजीव प्रेमियों में उत्साह बढ़ रहा है. देश में साल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर को लॉन्च किया गया था. इस प्रोजेक्ट को लॉन्च करने के बाद देश में घट रही बाघों की आबादी को बचाने के लिए तेजी से कदम उठाए गए. देश में […]
भोपाल। भारत में बाघों की संख्या में लगातार इजाफा होने से वन्यजीव प्रेमियों में उत्साह बढ़ रहा है. देश में साल 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर को लॉन्च किया गया था. इस प्रोजेक्ट को लॉन्च करने के बाद देश में घट रही बाघों की आबादी को बचाने के लिए तेजी से कदम उठाए गए.
दुनियाभर में 29 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जा रहा है. इसके पीछे का मुख्य कारण बाघों की संख्या को सरंक्षित करना है. आज उत्तराखंड के जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की राज्यवार संख्या को जारी किया गया. देश में बाघों की संख्या के मामले में मध्य प्रदेश अव्वल नंबर रहा. इस गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल करने के बाद सीएम शिवराज ने राज्यवासियों को बधाई दी है.
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट करते हुए लिखा कि, ‘अत्यंत गर्व और हर्ष की बात है कि विगत चार वर्षों में मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है. सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई. यह गौरवपूर्ण उपलब्धि वन विभाग के कर्मठ साथियों, वन्य जीव प्रेमियों और नागरिकों के योगदान से मिली है. मैं आप सबके सहयोग के लिए हृदय से आभार प्रकट करता हूं. सीएम शिवराज ने आगे लिखा कि, ‘आइये, हम सब मिलकर ‘अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस’ पर भावी पीढ़ियों के लिए प्रकृति संरक्षण का पुनः संकल्प लें.’
अत्यंत गर्व और हर्ष की बात है कि विगत चार वर्षों में मध्यप्रदेश में बाघों की संख्या 526 से बढ़कर 785 हो गई है। सभी प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई।
यह गौरवपूर्ण उपलब्धि वन विभाग के कर्मठ साथियों, वन्य जीव प्रेमियों और नागरिकों के योगदान से मिली है। मैं आप सबके सहयोग के लिए हृदय से… pic.twitter.com/pvEqkK5wyd
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 29, 2023
बीते साल 29 जुलाई 2022 में बेंगलुरु में पीएम मोदी ने बाघों की गणना की संख्या को जारी किया था. इस रिपोर्ट में देशभर में कुल 3167 बाघ बताए गए थे. बता दें कि पिछले साल राज्यवार बाघों की संख्या को नहीं बताया गया था. लेकिन आज उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में बाघों की संख्या को जारी किया गया. इसमें मध्य प्रदेश को टाइगर स्टेट होने का गौरव प्राप्त हुआ.
मध्य प्रदेश में कुल बाघों की संख्या 785 है. इससे पहले राज्य में जब गिनती हुई थी, तो बाघों की संख्या 526 थी. ऐसे में राज्य में 259 बाघ बढ़े हैं. राज्य में बाघों की संख्या में आए इतने उछाल के बाद इसका टाइगर स्टेट होने का दर्जा बरकरार रहा. मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा टाइगर कान्हा नेशनल पार्क और बांधवगढ़ में पाए गए हैं.