Bihar politics पटना, Bihar politics वीआईपी पार्टी के प्रमुख मंत्री मुकेश साहनी को भाजपा का विरोध महंगा पड़ता दिख रहा है. जहां विकासशील इंसान पार्टी के मंत्री मुकेश साहनी को उनके मंत्री पद से हटाने के लिए मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा राज्यपाल को शिफारिश पत्र भेजा जा चुका है. हाल ही में लगा था झटका […]
पटना, Bihar politics वीआईपी पार्टी के प्रमुख मंत्री मुकेश साहनी को भाजपा का विरोध महंगा पड़ता दिख रहा है. जहां विकासशील इंसान पार्टी के मंत्री मुकेश साहनी को उनके मंत्री पद से हटाने के लिए मुख्यमंत्री नितीश कुमार द्वारा राज्यपाल को शिफारिश पत्र भेजा जा चुका है.
हाल ही में मुकेश साहनी की पार्टी को तगड़ा झटका लगा था. जहां उनकी पार्टी के तीन विधायकों ने भाजपा को अपना समर्थन पत्र सौपा था. और इसके बाद तीनों विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था. VIP पार्टी के टिकट पर चुनाव जीते तीनों विधायक राजू सिंह, सुवर्णा सिंह और मिश्री लाल यादव 23 मार्च को भाजपा में शामिल हो गए. इसके बाद राजनीतिक फेरबदल दिखना शुरू हो गया.
कहना होगा इस बदले समीकरण के बाद अब मुकेश सहनी की पार्टी बिना विधायकों वाली बन चुकी है. कंगाली में आटा गीला वाली स्थिति ये है कि भाजपा ने भी दूसरी ओर से चेतावनी दे दी है कि यदि यही हाल रहा तो मुकेश सहनी का मंत्री पद भी खतरे में पड़ जाएगा. बताते चलें कि 30 जून को मुकेश सहनी की विधानपरिषद की सदस्य्ता भी समाप्त हो रही है.
मालूम हो की मुकेश सहनी की पार्टी वीआईपी इस विधानसभा चुनावों में भाजपा के खिलाफ कुल 53 सीटों पर चुनाव लड़ने मैदान में उतरी थी. दूसरी ओर बिहार की 24 सीटों का एमएलसी चुनाव भी होना बाकी है. हालांकि इस चुनाव में भी सहनी की पार्टी ने भाजपा के खिलाफ कुल 7 विधायक मैदान में उतारे हैं.
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में VIP के 3 विधायक जीते थे. ये तीन विधायक चुनाव से पहले भाजपा में थे. ऐसे में भाजपा के साथ रहे तीनों विधायकों के लिए फिर भाजपा में शामिल होने का खतरा माना जा रहा है.