पटना। बिहार के पूर्वी चंपारण में जहरीली शराब से कुछ दिनों से लगातार मौते हो रही जिस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने मृतकों के परिवार के लिए निर्धारित धनराशि देने का बड़ा ऐलान किया है। चंपारण में शुक्रवार यानी 14 अप्रैल को 10 लोगों की मौत के बाद मरने वालों की कुल संख्या 30 […]
पटना। बिहार के पूर्वी चंपारण में जहरीली शराब से कुछ दिनों से लगातार मौते हो रही जिस पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने मृतकों के परिवार के लिए निर्धारित धनराशि देने का बड़ा ऐलान किया है। चंपारण में शुक्रवार यानी 14 अप्रैल को 10 लोगों की मौत के बाद मरने वालों की कुल संख्या 30 हो गई है। दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक (एसपी) ने इस मामले में उन सभी पांच थानों हरसिद्धि, तुरकौलिया, रघुनाथपुर, पहाड़पुर व सुगौली के थानाध्यक्षों को सस्पेंड कर दिया है बताया जा रहा है कि इन्ही इलाकों में शराब के चलते आए दिन कांड हो रहे है।
मुख्यमंत्री नीतीश ने ऐलान करते हुए कहा है कि शराबबंदी के बाद 2016 से जिन लोगों की भी जहरीली शराब से मौत हुई है, उनके परिवारों को मुख्यमंत्री राहत कोष से 4-4 लाख का मुआवजा दिया जायेगा लेकिन इसके लिए उन्हें एक शर्त माननी पड़ेगी। सीएम ने मुआवजा देने के लिए जो शर्त रखी है उसमें मृतकों के परिजनों को लिखित में देना होगा कि वे राज्य में हुए शराबबंदी के पक्ष में है और शराब पीने वालों के खिलाफ हैं तभी वह इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
CM नीतीश के इस ऐलान से काफी लोग को झटका लगा है, ऐसा इसलिए क्योंकि पिछली साल जब कुछ ऐसा ही मामला छपरा से सामने आया था जिसमें जहरीली शराब से तकरीबन 74 लोगों की मौत हुई थी। उस वक्त विपक्ष सरकार ने बिहार सरकार से मुआवजा देने की मांग की थी तब मुख्यमंत्री नीतीश ने इसके लिए साफ़ मना कर दिया था और कहा था कि शराब बंद होने बावजूद भी अगर लोग शराब पी कर मर रहे हैं तो इसमें सरकार उनकी कोई मदद नहीं कर सकती, जो शराब पीयेगा, वो मरेगा ही। मुख्यमंत्री नीतिश के इस बयान के बाद उनकी काफी आलोचना भी हुई थी।
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