इम्फाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर लगातार हिंसा की आग में जल रहा है. इसको लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सर्वदलीय बैठक कर चुके हैं. इस बैठक में कुल 18 पार्टियों ने हिस्सा लिया था. अब हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. सर्वदलीय बैठक के बाद पहली […]
इम्फाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर लगातार हिंसा की आग में जल रहा है. इसको लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सर्वदलीय बैठक कर चुके हैं. इस बैठक में कुल 18 पार्टियों ने हिस्सा लिया था. अब हिंसा प्रभावित राज्य मणिपुर के सीएम बीरेन सिंह ने गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की है. सर्वदलीय बैठक के बाद पहली बार बीरेन सिंह अमित शाह से मिल रहे हैं ऐसे मे ये बैठक काफी अहम मानी जा रही है.
पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में भड़की हिंसा को लेकर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शनिवार के दिन महत्वपूर्ण बैठक हुई थी. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की अगुवाई में यहां पर सर्वदलीय बैठक संपन्न हुई और सभी विपक्षी पार्टियों को राज्य के मौजूदा हालात के बारे में जानकारी दी गई. यहां पर टीएमसी की तरफ से ये मांग की गई कि अगले हफ्ते सर्वदलीय मंत्रिमंडल का एक समूह मणिपुर में भेजा जाए. वहीं सूत्रों के अनुसार समाजवादी पार्टी की तरफ से यहां पर राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई थी.
बता दें कि शनिवार को हुई सर्वदलीय बैठक में 18 राजनीतिक दलों के साथ पूर्वोत्तर के 4 सांसद और उत्तर-पूर्व के दो सीएम भी शामिल थे. इसमें सपा और आरजेडी की तरफ से सीएम बीरेन सिंह के इस्तीफे की मांग उठाई गई। वहीं कांग्रेस ने सुझाव दिया कि मणिपुर में लोगों को अलग-थलग करने के लिए बल का प्रयोग नहीं किया जाए. बैठक के बाद गृह मंत्रालय की तरफ से प्रेस रिलीज जारी की गई, जिसमें अमित शाह ने कहा कि सभी दलों की संवेदनशीलता और अराजनीतिक तरीके से मणिपुर में शांति बहाली के लिए मिले सुझावों पर भारत सरकार खुले मन से विचार करेगी.
गौरतलब है कि पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में 3 मई को हिंसा भड़की थी. इसके बाद विपक्ष लगातार प्रदेश सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने मणिपुर हिंसा को लेकर सर्वदलीय बैठक की मांग कर रही थी और पीएम मोदी के विदेशी दौरे से पहले पीएम से मिलने का वक्त मांगा था.