भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन में दशहरा के दूसरे दिन आयोजित दशहरा उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. वहीं इस मौके पर उन्होंने एक सवाल के जवाब देते हुए बताया कि उज्जैन में दूसरे दिन भी रावण दहन होता है. दरअसल, सीएम मोहन यादव से जब उनके दोस्तों ने पूछा कि दशहरा […]
भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव उज्जैन में दशहरा के दूसरे दिन आयोजित दशहरा उत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए. वहीं इस मौके पर उन्होंने एक सवाल के जवाब देते हुए बताया कि उज्जैन में दूसरे दिन भी रावण दहन होता है. दरअसल, सीएम मोहन यादव से जब उनके दोस्तों ने पूछा कि दशहरा बीत गया है. इसके बाद भी रावण दहन क्यों? इसके जवाब में उन्होंने अपने विरोधियों पर तंज कसते हुए कहा कि समाज से बुराई को खत्म करने के लिए कई रावणों को जलाना होगा. यही कारण है कि यह आयोजन उज्जैन में कई दिनों तक चलता रहता है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रविवार रात को उज्जैन के खाकचौक एवं डालडा मैदान मक्सी रोड पर आयोजित दशहरा महोत्सव कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में उन्होंने भगवान राम, माता सीता और हनुमान की पूजा की. उन्होंने कहा कि आज यहां हो रही आतिशबाजी हमारी हिंदू संस्कृति का गौरव गा रही है. उन्होंने कहा कि बुराई का प्रतीक चाहे कितना भी बड़ा और मजबूत क्यों न हो, सत्य का तीर उसकी नाभि के अमृत को जला देता है। उसका जीवन नष्ट हो गया.
रामराज्य की संकल्पना विश्व में सर्वोत्तम उदाहरण है। उन्होंने कहा कि भगवान राम और कृष्ण को बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में जाना जाता है. कार्यक्रम में शामिल होने से पहले मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रतिभा ग्रुप के उद्योग का उद्घाटन भी किया. इस मौके पर उन्होंने कहा कि जब उनके दोस्तों ने उनसे रावण दहन के बारे में बात की तो उन्होंने कहा कि समाज से दुष्ट रावण को खत्म करने के लिए उज्जैन में दो-तीन दिन तक दशहरा मनाया जाता है.
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि उज्जैन सहित प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी जायेगी। राज्य सरकार हर व्यक्ति के जीवन से दुख के कांटों को दूर कर खुशहाली लाने के लिए कृतसंकल्पित है। राज्य सरकार ने सभी तीज-त्योहारों को पूरी धूमधाम से मनाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि भगवान राम और उनका परिवार हमारे लिए आदर्श हैं. भगवान राम हमारे रोम-रोम में विद्यमान हैं। भगवान राम के नाम से ही दिन और रात का अस्तित्व है।
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