इम्फाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा के दो सप्ताह बाद भी तनाव जारी है. यहां पर इंटरनेट सेवा अभी भी बहाल नहीं हुई है. राज्य में हिंसा को लेकर सीएम एन बीरेन सिंह ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की है. राज्यपाल को मणिपुर स्थिति से कराया अवगत मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने […]
इम्फाल। पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में हिंसा के दो सप्ताह बाद भी तनाव जारी है. यहां पर इंटरनेट सेवा अभी भी बहाल नहीं हुई है. राज्य में हिंसा को लेकर सीएम एन बीरेन सिंह ने राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की है.
मणिपुर के सीएम एन बीरेन सिंह ने राजभवन में राज्य की गर्वनर अनुसुइया उइके से मुलाकात की है. उन्होंने राज्यपाल को मणिपुर के मौजूदा स्थिति से अवगत कराया है. बता दें कि हिंसा से प्रभावित मणिपुर में अभी अगले पांच दिनों तक इंटरनेट सेवा पर पाबंदी रहेगी.
त्रिपुरा सीएम माणिक साहा ने कहा है कि, ‘हम मणिपुर में 25 टन सामान भेज रहे हैं, जो सीधे मणिपुर जाएगा. राज्य में शांति व्यवस्था बहाल है और राज्य सरकार के नेतृत्व में मणिपुर में कानून व्यवस्था बहुत अच्छी है. पीएम मोदी के आने के बाद पूर्वोत्तर में शांति बहाल है. अभी ये जो थोड़ा बहुत हुआ है, वो भी ठीक हो जाना चाहिए.’
मणिपुर में हिंसा के लगभग दो हफ्ते बाद भी हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने राज्य के हालात को लेकर स्टेटस मांगा था. जिसके बाद केंद्र और राज्य सरकार द्वारा अदालत में एक रिपोर्ट पेश की गई. अब कोर्ट मणिपुर ट्राइबल फोरम और हिल एरिया कमेटी की याचिकाओं की सुनवाई कर रही है.
मणिपुर हिंसा ने हाल ही में सभी का ध्यान अपनी ओर खींचा था, जिसमें कई लोग मारे गए थे. अब इस हिंसा का पता लगाने के लिए कांग्रेस पार्टी द्वारा फैक्ट फाइंडिंग टीम का गठन किया गया है. ये टीम मणिपुर में हिंसा के कारणों का पता लगाएगी. कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने एक तीन सदस्यीय फैक्ट फाइंडिंग दल का गठन किया है. ये दल मणिपुर में हुई व्यापक हिंसा का पता लगाएगी. बुधवार को पार्टी द्वारा ये जानकारी दी गई है.