रांची, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि को प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने पहले ही इस मामले में साहेबगंज समेत अन्य इलाकों से 36 करोड़ रुपये सीज़ किए थे. ये पैसा पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के खाते में था. क्यों हुई गिरफ्तारी यह गिरफ्तारी अवैध खनन […]
रांची, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि को प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया है. ईडी ने पहले ही इस मामले में साहेबगंज समेत अन्य इलाकों से 36 करोड़ रुपये सीज़ किए थे. ये पैसा पंकज मिश्रा और उनके सहयोगियों के खाते में था.
यह गिरफ्तारी अवैध खनन मामले से जुड़ी है, पहले ईडी ने PMLA एक्ट, 2002 के तहत हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा, दाहू यादव और उनके सहयोगियों के 37 बैंक खातों में 11.88 करोड़ रुपये सीज किये थे. इससे पहले ईडी ने बरहेट, राजमहल, साहिबगंज, मिर्जा चौकी और बरहरवा में 19 स्थानों पर तलाशी ली थी. इसमें 5.34 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी भी जब्त की गई थी.
कुल मिलाकर साहेबगंज से पंकज मिश्रा और दाहू यादव समेत उनके सहयोगियों के अलग-अलग अकाउंट से मिले 36 करोड़ को ED ने सीज किया था और उनके बैंक अकाउंट तक फ्रीज़ कर दिए थे, लेकिन अब ईडी ने इस मामले में गिरफ्तारी की है.
इससे पहले मई, 2022 के महीने में ईडी ने मनरेगा घोटाले से जुड़े 36 स्थानों पर तलाशी ली थी जिसमें 19.76 करोड़ रुपये नकद जब्त किए गए थे. जिन जगहों से यह नकदी मिली उसमें IAS पूजा सिंघल के ठिकाने भी शामिल थे, इस मामले में IAS पूजा सिंघल और उनके सीए को गिरफ्तार किया गया था.
पंकज मिश्रा के मामले पर राजनीति तेज हो गई है. कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा केंद्र सरकार पर हमलावर हैं, इस मामले में JMM महासचिव ने कहा कि ED के मायने अब बदल गए हैं. अब इसका मतलब end ऑफ democracy हो गया है. वह बोले कि आदिवासी मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साज़िश रची जा रही है.
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