Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • शिमला मस्जिद विवाद पर सीएम ने दिया बड़ा बयान, लोगों को ठहराया जिम्मेदार

शिमला मस्जिद विवाद पर सीएम ने दिया बड़ा बयान, लोगों को ठहराया जिम्मेदार

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में बाहरी लोगों के कारण राज्य में बढ़ते स्ट्रीट वेंडर्स के मुद्दे पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोगों की वजह से लोगों का पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। यह बयान उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस […]

Advertisement
Himachal CM Sukhvinder Singh Sukhu
  • September 13, 2024 5:11 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

शिमला: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने हाल ही में बाहरी लोगों के कारण राज्य में बढ़ते स्ट्रीट वेंडर्स के मुद्दे पर एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में बाहरी लोगों की वजह से लोगों का पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। यह बयान उन्होंने एक प्रेस कांफ्रेंस में दिया, जहां वह शिमला और मंडी में मस्जिदों से जुड़े विवादों पर भी चर्चा कर रहे थे।

होगी कानूनी कार्रवाई

सुक्खू ने शिमला मस्जिद विवाद पर कहा कि सरकार इस मामले में कानून के तहत कार्रवाई करेगी। वहीं आगे उन्होंने जोर देकर कहा कि मस्जिद कमेटी ने अगर कोई अवैध निर्माण किया है, तो उसे गिराने की अनुमति दी जाएगी। बता दें, मुख्यमंत्री ने यह भी साफ किया कि सभी धर्मों का सम्मान किया जाएगा, लेकिन अवैध निर्माण से कानून के अनुसार निपटा जाएगा। इसके लिए एक विशेष कमेटी का गठन किया जाएगा ताकि इस तरह के मामलों को सुलझाया जा सके।

बाहरी लोगों के कारण हो रही मुश्किलें

स्ट्रीट वेंडर्स के बढ़ते मसले पर भी सुक्खू ने कहा कि एक कमेटी बनाई जाएगी, जो इस समस्या का समाधान निकालेगी। उन्होंने कहा कि बाहरी लोग बड़ी संख्या में आ रहे हैं, जिसके चलते राज्य के कई हिस्सों में पैदल चलना कठिन हो गया है। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री ने मंडी में हुए अवैध निर्माण के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि मस्जिद कमेटी ने खुद ही अवैध निर्माण को गिरा दिया है। हिमाचल प्रदेश में इस तरह के विरोध-प्रदर्शन होना कोई नई बात नहीं है, और सरकार सभी मुद्दों को कानून के अनुसार सुलझाएगी।

हिंदू संगठनों का विरोध प्रदर्शन

हाल ही में मंडी में अवैध मस्जिद निर्माण को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए वाटर कैनन और लाठीचार्ज का इस्तेमाल भी किया। इसी तरह का विरोध शिमला के संजौली इलाके में भी देखा गया था, जहां प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प हुई थी।

यह भी पढ़ें: नालंदा में मिड डे मील से 24 से ज्यादा बच्चों की बिगड़ी तबीयत, मचा हड़कंप

Advertisement