केरल की छात्रा अमेया ने सीबीएसई की मैथ्स की दसवीं की परीक्षा दी थी. इस दौरान एक छात्रा को जो पेपर दिया गया उसमें सारे प्रश्न वह थे जो साल 2016 के पेपर में आ चुके थे. ऐसे में अमेया को समझ नहीं आ रहा कि वह क्या करे.
नई दिल्ली. केरल के कोट्टयम जिले में 28 मार्च को सीबीएसई की मैथ्स की दसवीं की परीक्षा थी लेकिन इस दौरान एक छात्रा को जो पेपर दिया गया उसमें सारे प्रश्न वह थे जो साल 2016 के पेपर में आ चुके थे. इस पेपर को लिखने के बाद माउंट कारमेल स्कूल की अमेया सलीम जब पेपर देकर बाहर आई और एक दोस्त के साथ इसकी चर्चा करने लगी तो वो ये जान कर चौंक गई कि दरअसल यही पेपर साल 2016 में भी आया था और उसका पेपर दोस्तों के पेपर से अलग था. अमेया तुरंत अपनी टीचर के पास गई जिन्होंने तुरंत सीबीएसई दफ्तर से इस बारे में बात की. शुरुआत में उससे कहा गया कि कोई फर्क नहीं पड़ता क्योंकि पेपर लीक होने की वजह से पहले ही दोबारा कराए जाने हैं. हालांकि शिक्षा सचिव ने शुक्रवार को घोषणा की कि ये रीटेस्ट सिर्फ दिल्ली एनसीआर और हरियाणा के छात्रों के लिए होगा. ऐसे में अमेया को समझ नहीं आ रहा कि वह क्या करे.
कांजीकुजी में स्थित माउंट कारमेल विधा निकेतन सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिंसिपल ने तिरुवंतपुरम में सीबीएसई के रीजनल ऑफिसर को भेजी शिकायत में कहा है कि ‘हमें परीक्षा में गणिक का एक पुराना पेपर दिया गया है.’ पूरे मसले से परेशान अमेया का कहना है कि या तो उसकी परीक्षा दोबारा ली जाए या फिर उसके द्वारा लिखी गई कॉपी को पुराने पेपर के अनुसार चेक किया जाए जो कि 2016 में आया था.
इस बीच स्कूल प्रशासन का कहना है कि ‘हमारे टीचर इसकी शिकायत के लिए निजी तौर पर सीबीएसई के ऑफिस गए हैं’. प्रिसिंपल ने सीबीएसई से ऐसा कोई फैसला लेने को कहा है जिससे की बच्ची के भविष्य पर गलत असर न पड़े.
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