नई दिल्लीः तिरुपति मंदिर में गाय और मछली की चर्बी मिलने के बाद देश में बवाल मचा हुआ है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई. चंद्रचूड़ ने रविवार को तिरुमला बालाजी मंदिर में पहुंचे। उन्होंने भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारियों ने पारंपरिक सम्मान के साथ न्यायाधीश के […]
नई दिल्लीः तिरुपति मंदिर में गाय और मछली की चर्बी मिलने के बाद देश में बवाल मचा हुआ है। इस बीच सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई. चंद्रचूड़ ने रविवार को तिरुमला बालाजी मंदिर में पहुंचे। उन्होंने भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन किए। तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) के अधिकारियों ने पारंपरिक सम्मान के साथ न्यायाधीश के परिवार के सदस्यों का स्वागत किया। सीजेआई चंद्रचूड़ ने प्राचीन पहाड़ी मंदिर के गर्भगृह में दर्शन किए। इसके बाद रंगनायकूला मंडपम में पुजारियों ने उन्हें भगवान का चित्र और आशीर्वाद दिया।
मंदिर प्रबंधन ने बताया कि भारत के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी.वाई. चंद्रचूड़ ने रविवार को तिरुमला श्रीवारी मंदिर का दौरा किया और श्री वेंकटेश्वर के पीठासीन देवता की पूजा-अर्चना की। इससे पहले शनिवार को सीजेआई ने तिरुचनूर में श्री पद्मावती अम्मावरु मंदिर में भी पूजा-अर्चना की।
सीजेआई का यह दौरा मंदिर के प्रसिद्ध तिरुपति लड्डू प्रसादम से जुड़े विवाद के बीच हुआ है। पिछली वाईएसआरसीपी सरकार के कार्यकाल में पवित्र प्रसाद में जानवरों की चर्बी के इस्तेमाल के आरोपों के कारण पिछले कुछ दिनों से काफी हंगामा मचा हुआ है। खबर आने के बाद से लोगों में काफी गुस्सा है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने हाल ही में दावा किया था कि प्रसादम में घटिया घी मिला है जिसमें ‘लार्ड’ (सुअर की चर्बी) है जिसकी पुष्टि लैब रिपोर्ट आने के बाद टीटीडी ने की थी।
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