पटना: बिहार JDU में इस समय सियासी घमासान जारी है. यह जंग जनता दल के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के तल्ख़ तेवर के बाद शुरू हुई है. दरअसल जदयू नेता ने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आरोप मढ़े हैं. इसी […]
पटना: बिहार JDU में इस समय सियासी घमासान जारी है. यह जंग जनता दल के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा के तल्ख़ तेवर के बाद शुरू हुई है. दरअसल जदयू नेता ने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कई आरोप मढ़े हैं. इसी बीच अब इस घमासान में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान की भी एंट्री हो गई है. उन्होंने भी नीतीश कुमार पर जमकर निशाना साधा है और पूरे विवाद में उपेंद्र कुशवाहा का समर्थन किया है.
चिराग पासवान ने मीडिया को बताया कि ‘सरकार द्वारा बिहार में केवल राजनीति की जा रही है. सरकार को विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है और उन्हें केवल अपने गठबंधन की ही परवाह है. उपेंद्र कुशवाहा ने अपने साथ हो रहे व्यवहार को लेकर जो भी कहा है उससे मैं सहमत हूं. बिहार के मुख्यमंत्री के यूज एंड थ्रो व्यवहार को लेकर काफी पुराना इतिहास है, एक बार लोग जब उनके लिए उपयोगी नहीं रह जाते हैं तो वह उन्हें फेंक देते हैं.
चिराग पासवान ने आगे कहा कि ‘उन्होंने(नीतीश ने) अपने वरिष्ठों का सम्मान नहीं किया तो अब वह अपने सहयोगियों का कैसे करेंगे. जॉर्ज साहब, दिग्विजय सिंह, शरद यादव का उदाहरण आप सभी के सामने है. RCP के साथ कैसा व्यवहार हुआ ये भी आपने देखा है. वह डिवाइड एंड रूल की राजनीति करते हैं और आगे किसी को नहीं बढ़ने देते हैं.’
चिराग पासवान के अनुसार इस राजनीति से बिहार की जनता को, विकास को भारी नुकसान हो रहा है. इसके अलावा उन्होंने साल 2024 को लेकर भी अपनी रणनीति स्पष्ट की है. पासवान ने घोषणा की है कि उनकी पार्टी 2024 में गठबंधन में चुनाव लड़ेगी. उनके शब्दों में, ‘मेरे एनडीए नेताओं के साथ अच्छे संबंध हैं और इसलिए गठबंधन की संभावना है. कुछ शर्तों के बाद इसे औपचारिक रूप दिया जा सकता है. साल 2024 आने से पहले पहले चीजें स्पष्ट हो जाएंगी. हमारा केवल एक ही अजेंडा है जो ‘बिहार फर्स्ट, बिहारी फर्स्ट’ है.
JDU नेताओं का मानना है कि कुशवाहा को भाजपा की शह प्राप्त है. हालांकि अब तक कोई भी इस बात को खुलकर नहीं बोल पा रहा है. 25 जनवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस बात का संदेह भी जताया था कि कुशवाहा भाजपा के संपर्क में हो सकते हैं. हालांकि कुशवाहा पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि भाजपा का हिस्सा नहीं बनेंगे. लेकिन एक पार्टी बनाने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में शामिल होने संबंधी सवाल को यह टालते हुए दिखाई दिए थे. इन्हीं अटकलों के बीच जब नीतीश कुमार से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि कुशवाहा ‘जितनी जल्दी हो सके, जहां भी जाना चाहते हैं, जाने के लिए स्वतंत्र हैं.’ लेकिन कुशवाहा ने इसपर ट्वीट किया था कि वह पार्टी से अपना हिस्सा छोड़कर कहीं नहीं जाने वाले हैं.
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