छत्तीसगढ़, Chhattisgarh: आपने आज तक तमाम तरह के अवैध कब्ज़ों को हटाने के लिए नोटिस के बारे में सुना होगा लेकिन अगर हम कहें की शिव भगवान को अवैध कब्ज़े का नोटिस दिया गया है. ऐसे ही एक अजीबोगरीब मामला छत्तीसगढ़ से सामने आया है. जहाँ, भगवान शंकर को मंदिर खाली करने का नोटिस भेजा […]
छत्तीसगढ़, Chhattisgarh: आपने आज तक तमाम तरह के अवैध कब्ज़ों को हटाने के लिए नोटिस के बारे में सुना होगा लेकिन अगर हम कहें की शिव भगवान को अवैध कब्ज़े का नोटिस दिया गया है. ऐसे ही एक अजीबोगरीब मामला छत्तीसगढ़ से सामने आया है. जहाँ, भगवान शंकर को मंदिर खाली करने का नोटिस भेजा गया है. और इसके लिए भगवान शंकर को एक सप्ताह का समय दिया गया है.
छत्तीसगढ़ के जांजगीर में जहाँ एक और मुख्य सड़क पर पूर्व अधिकारी का अवैध मकान सीना ताने खड़ा है वहीं, करीब 2 किमी अंदर शिव मंदिर में भगवान शंकर के नाम से नोटिस चस्पा कर भगवान को कार्रवाई की चेतावनी दी गई है. चेतावनी देने वाले पूर्व अफसर का कॉम्प्लेक्स मेन रोड पर है उसका हिसाब उनके पास नहीं लेकिन शिव भगवान को अवैध कब्जे का नोटिस दे दिया है. बता दें की अवैध कब्ज़े के नोटिस का यह मामला कई बार सुर्खियों में बना रहा है. बहरहाल शिव भगवान को अभी अवैध कब्ज़े को खाली करने के लिए एक हफ्ते का समय दिया गया है.
मामले में दिलचस्प बात यह है कि जिस नहर की जमीन पर अवैध कब्ज़े के चलते भगवान शंकर के नाम नोटिस चस्पा किया गया है. इस जमीन पर तमाम लोगों समेत कई अधिकारियों के मकान और कॉम्प्लेक्स बने हैं. वहीं मामले पर अफसरों का कहना है कि नक़्शा खो गया है. दरअसल, मुख्य नहर के दोनों तट पर सिंचाई विभाग की ज़मीन है. इस पर तमाम लोगों का अवैध कब्जा है. इसके चलते वार्डों का ड्रेनेज सिस्टम फेल हो गया. जल भराव के साथ-साथ लोग गंदे पानी की बदबू और मच्छरों से भी परेशान हैं. इसपर शिकायत होने पर तत्कालीन प्रभारी CMO रोमा श्रीवास्तव ने सिंचाई विभाग के अफसरों को बुलाकर ज़मीन की नाप-जोख के निर्देश दिए.