रायपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की निशा यादव, जिनके सपने किलिमंजारो पर्वत की चोटी पर तिरंगा फहराने के हैं. उनके लिए शुक्रवार की सुबह किसी चमत्कार से कम नहीं थी। सुबह आए एक फोन कॉल ने उनकी जिंदगी बदल दी। लेकिन ये फोन कॉल किसका था और ऐसा क्या हुआ, जिससे निशा यादव की ज़िंदगी बदल […]
रायपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर की निशा यादव, जिनके सपने किलिमंजारो पर्वत की चोटी पर तिरंगा फहराने के हैं. उनके लिए शुक्रवार की सुबह किसी चमत्कार से कम नहीं थी। सुबह आए एक फोन कॉल ने उनकी जिंदगी बदल दी। लेकिन ये फोन कॉल किसका था और ऐसा क्या हुआ, जिससे निशा यादव की ज़िंदगी बदल गई आइए जानते है.
बता दें, निशा को शुक्रवार की सुबह मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने खुद कॉल किया, कॉल पर जैसे ही सीएम ने अपना परिचय दिया निशा बिल्कुल हैरान रह गई. वहीं जब मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार उनके सपने को पूरा करने में मदद करेगी और आर्थिक सहायता की जिम्मेदारी उठाएगी, तो निशा को अपनी किस्मत पर यकीन नहीं हुआ। मुख्यमंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ की हर बेटी के सपने पूरे करना हमारी प्राथमिकता है। आपको केवल अपने लक्ष्य पर ध्यान देना है।
निशा ने मुख्यमंत्री को बताया कि वह पहले ही यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस की चढ़ाई पूरी कर चुकी हैं। अब उनका सपना अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी किलिमंजारो पर तिरंगा फहराना है। इसके बाद आगे उन्होंने कहा कि उनका आखिरी लक्ष्य माउंट एवरेस्ट की चोटी पर भारत का झंडा लहराना है।
निशा ने मुख्यमंत्री को अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बताते हुए कहा कि उनके पिता ऑटो चालक हैं और उनके लिए यह सपना पूरा करना कठिन था। फीस और वीजा प्रक्रिया के लिए दिसंबर तक पैसे जमा करने की ज़रूरी है, जिससे वह परेशान थीं। मुख्यमंत्री ने उनकी चिंता दूर करते हुए आश्वासन दिया कि दिसंबर तक जरूरी धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा, छत्तीसगढ़ को अपनी बेटियों पर गर्व है। निशा की उपलब्धियां प्रदेश का मान बढ़ाएंगी। आर्थिक कठिनाइयों से हौसले कमजोर नहीं होते, बल्कि मजबूत बनते हैं। मुख्यमंत्री के इस कदम ने न केवल निशा के सपने को नया हौसला दिया है, बल्कि पूरे प्रदेश को यह संदेश भी दिया है कि बेटियों के सपनों को पंख देने में छत्तीसगढ़ सरकार हमेशा साथ है।
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