छत्तीसगढ़. Chhatisgarh बीते दिनों नक्सलियों ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सब इंजीनियर रौशन लकड़ा को अगवा कर लिया था. अब तक रौशन लकड़ा का कोई पता नहीं चल पाया है और न ही उनके बारे में कोई सुराग पुलिस के हाथ लगा है. रौशन लकड़ा की पत्नी उन्हें ढूढंते हुए दर-दर ठोकरें खा रही […]
छत्तीसगढ़. Chhatisgarh बीते दिनों नक्सलियों ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सब इंजीनियर रौशन लकड़ा को अगवा कर लिया था. अब तक रौशन लकड़ा का कोई पता नहीं चल पाया है और न ही उनके बारे में कोई सुराग पुलिस के हाथ लगा है. रौशन लकड़ा की पत्नी उन्हें ढूढंते हुए दर-दर ठोकरें खा रही हैं. अपने पति की तलाश में शनिवार को रौशन लकड़ा की पत्नी अर्पिता बुरजी गाँव तक पहुँच गई थी.
बीते दिनों छत्तीसगढ़ ( Chhatisgarh ) के बीजापुर में नक्सलियों ने प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के सब इंजीनियर रौशन लकड़ा और कार्यालय सहायक लक्ष्मण परतागिरी ने अगवा कर लिया था, जिसके बाद शुक्रवार को कार्यालय सहायक लक्ष्मण परतागिरी को रिहा कर दिया लेकिन नक्सलियों ने रौशन लकड़ा को अब तक रिहा नहीं किया है. अब रौशन लकड़ा को ढूंढते हुए उनकी पत्नी अर्पिता दर-दर भटक रही हैं. बीते दिन अर्पिता अपने पति को ढूंढते हुए अपने मासूम बच्चे के साथ बुरजी गाँव तक पहुँच गई. यहाँ उन्होंने ग्रामीणों से अपने पति को छुड़ाने की बात कही. ग्रामीणो ने उन्हें आश्वाशन दिया कि वे उनकी बात नक्सलियों तक पहुंचाएंगे. रविवार को अर्पिता अपने पति की तलाश में फिर से जंगलों की ओर जाने की जिद करती रही। लोगों ने समझाया तो वे रास्ते से लौट आईं.
अर्पिता ने मीडिया के जरिए नक्सलियों से अपनी पति की रिहाई की गुहार लगाई है, उन्होंने अपने पति को छोड़ने की अपील की है, उन्होंने कहा कि ‘चार दिन से तीन साल के मासूम बेटे ने अपने पिता को न देखा और न ही उनकी आवाज सुनी है, वह रोज पूछता है मम्मी पापा कब आएँगे. घर पर माँ का रो-रो कर बुरा हाल है. मेरे लिए नहीं इनके लिए ही सही मेरे पति को छोड़ दो.’