छत्तीसगढ़ विधानसभा में निरव मोदी की सहयोगी कंपनी रियो टिंटो को निवेश का न्यौता दिए जाने का आरोप लगाकर कांग्रेस सांसदों ने हंगामा किया. इस हंगामे के चलते स्पीकर ने विपक्ष के सभी 30 विधायकों को निलंबित कर दिया है. विपक्ष मुख्यमंत्री रमन सिंह के इस्तीफे की मांग कर रहे थे.
रायपुर. पंजाब नेशनल बैंक फ्रॉड का मुद्दा छत्तीसगढ़ विधानसभा में भी गूंजा. इस मामले को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस ने इतना हंगामा किया कि विधान सभा अध्यक्ष गौरी शंकर अग्रवाल ने विपक्ष के सभी 30 विधायकों को निलंबित कर दिया. विधानसभा में विपक्ष ने आरोप लगाया था कि राज्य सरकार निरव मोदी की सहयोगी कंपनी रियो टिंटो को प्रदेश में निवेश का न्यौता दे रही है. विपक्ष ने इस पर लगाए स्थगन पर काम रोककर चर्चा कराने की मांग की.
इस मामले पर विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल ने विपक्ष को फटकाते हुए कहा कि किसी भी मुद्दे पर सदन में स्थगन नहीं लाया जाता. स्थगन का विषय ऐसा हो कि कानून व्यवस्था समाप्त हो गई हो, कल्पना के आधार पर स्थगन नहीं लाए जाते. यह सुनते ही विपक्ष गर्भगृह में पहुंचकर धरने पर बैठ गया. इसपर विधान सभा अध्यक्ष गौरी शंकर अग्रवाल ने विपक्ष के सभी 30 विधायकों को निलंबित कर दिया जिनमें कांग्रेस के 29 विधायक हैं.
कांग्रेस विधायक भूपेश पटेल ने रियो टिंटे मुद्दे को उठाते हुए सीएम के इस्तीफे की मांग की. इस पर सदन में नारेबाजी होने लगी. विधायकों का आरोप है कि रियो टिंटो कॉर्पोरेशन का पंजाब नेशनल बैंक फ्रॉड के आरोपी निरव मोदी के साथ संबंध हैं. निरव मोदी फिलहाल देश से फरार है और ईडी व आईटी डिपार्टमेंट इस मामले को लेकर देशभर में छापेमारी कर रही हैं. जांच एजेंसियों को आशंका है कि इन रुपयों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया है. नीरव मोदी की संपत्तियों की जांच की जांच कर कब्जे में लिया जा रहा है.
30 Congress MLAs suspended from Chhattisgarh Assembly after they raised protest over CM Raman Singh's invitation to Metals & Mining Corporation Rio Tinto for investment in the state, alleging that the corporation has connections with #NiravModi & is black listed in Madhya Pradesh
— ANI (@ANI) February 19, 2018
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