Chhath Puja on Rail Tracks: पंजाब के बठिंडा में लोग छठ पूजा के वक्त रेलवे ट्रैक पर खड़े नजर आए. अभी अमृतसर रेल हादसे को एक महीना भी नहीं बीता कि उसी तरह का हादसा होते-होते रह गया. 19 अक्टूबर को दशहरे के दिन लोग रेल ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे थे कि अचानक तेज रफ्तार से आ रही ट्रेन उन्हें रौंदते हुए चली गई. एेसा लगता है कि लोगों ने उस घटना से कोई सबक नहीं लिया.
भठिंडा. पिछले महीने 19 अक्टूबर को अमृतसर रेल हादसे में 61 लोगों की मौत हो गई थी. रेलवे ट्रैक पर खड़े होकर ये लोग रावण जलता हुआ देख रहे थे, तभी अचानक ट्रेन उन्हें रौंदती चली गई. इस घटना को अभी एक महीना भी नहीं हुआ कि लोग वही गलती दोहराते हुए देखे गए. मंगलवार शाम बठिंडा के सरहिंद नहर के पास हजारों लोग रेलवे ट्रैक पर लोग छठ मनाते देखे गए. श्रद्धालुओं में ज्यादातर महिलाएं थीं. उन्होंने रेलवे अधिकारियों और पुलिस की चेतावनी भी अनसुनी कर दी. इस ट्रैक पर रोजाना दर्जनों गाड़ियां गुजरती हैं.
यह जानते हुए भी लोग अपनी जान दांव पर लगाकर छठ मनाने रेलवे ट्रैक पर पहुंच गए. मंगलवार को रेलवे ट्रैक पर श्रद्धालुओं की भीड़ और स्थिति को संभालने के लिए इलाके में सुरक्षा बढ़ी दी गई. बठिंडा- मलाउट रेल सेक्शन पर हर दिन दर्जनों ट्रेन गुजरती हैं. यह गनीमत रही कि जिस वक्त श्रद्धालु पूजा कर रहे थे तो कोई ट्रेन वहां से नहीं गुजरी.
Accident at amritsar jora railway line more than 50 people died
People were celebrating dushera and suddenly train came as people were standing in rail line #amritsartrainaccident #AmritsarTrainMishap #Amritsar #AmritsarTrainTragedy #AmritsarRailAccident #AmritsarTragedy pic.twitter.com/p2SmZSFjmS— Gal Jammu Di (@GalJammuDi) October 19, 2018
बठिंडा के जीआरपी हरजिंदर सिंह ने कहा कि उन्होंने श्रद्धालुओं को समझाने की बहुत कोशिश की, लेकिन वह सुनने को तैयार नहीं हुए. घटनास्थल पर हमने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. साथ ही रेलवे अधिकारियों ने लोको पायलटों को यह निर्देश दिया था कि वह इलाके को पार करते समय ट्रेन की रफ्तार कम कर लें. इस घटना पर चिंता जताते हुए एक रेलवे अफसर ने कहा, ”लोगों को हादसों से सबक लेना चाहिए और जिंदगी खतरे में नहीं डालनी चाहिए.” गौरतलब है कि 19 अक्टूबर को हुए अमृतसर रेल हादसे के वक्त भी लोग ट्रैक पर खड़े थे.