छपरा. छपरा में जहरीली शराब के सेवन से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही रहा है. सारण में जहरीली शराब पीने से 61 लोगों की मौत हो गई है. जबकि सीवान में पांच और बेगूसराय में भी दो लोगों की ज़हरीली शराब के सेवन के चलते मौत हो गई. इधर ये बात भी सामने […]
छपरा. छपरा में जहरीली शराब के सेवन से होने वाली मौतों का आंकड़ा बढ़ता ही रहा है. सारण में जहरीली शराब पीने से 61 लोगों की मौत हो गई है. जबकि सीवान में पांच और बेगूसराय में भी दो लोगों की ज़हरीली शराब के सेवन के चलते मौत हो गई. इधर ये बात भी सामने आ रही है कि प्रशासन जहरीली शराब से हुई मौत को ठंड से हुई मौत बताने की कोशिश कर रहा है. खबरों की मानें तो पीड़ित परिवार के लोगों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन उनसे कह रही है कि जहरीली शराब से हुई मौत को वह शराब की जगह ठंड में हुई मौत बताए. और ऐसा न करने पर उन्हें फंसाने की भी धमकी दी जा रही है, ऐसे में ये बात भी सामने आ रही है कि पुलिस उन्हें मुआवजे का भी लालच दे रही है.
सारण जिले के मानिक सिरसिया के रहने वाले ललटू कुमार सिंह ने इस संबंध में बताया कि उन्होंने थानाध्यक्ष को मौत के बावत जब फोन किया तो वहां से उन्हें कहा गया कि आप कहिएगा कि ठंड से मौत हो गई और शव को जल्दी हटाने व्यवस्था की जाए.
बिहार में जहरीली शराब के सेवन करने से होने वाली मौत का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है, विपक्ष इस मामले में नीतीश सरकार का घेराव कर रहा है. इस मामले पर अब उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव की भी प्रतिक्रिया आई है. तेजस्वी यादव ने इस मामले पर कहा कि भाजपा सदन को गुमराह करने की कोशिश कर रही है, बिहार में जिस जगह भी शराब के बारे में जानकारी मिल रही है, वहां कार्रवाई की जा रही है. लोगों में जागरूकता होना ज़रूरी है. हम लोग जब छोटे थे तब माता-पिता बोलते थे कि नशा मत करो, अब बिहार में जो शराब आई है वो तो उत्तर प्रदेश की है, वहां तो भाजपा की सरकार है.