नई दिल्ली। अपने मुफ्त की योजनाओं को लेकर कांग्रेस नेता आपस में ही बंट गए हैं। कर्नाटक में कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार में शक्ति स्कीम को लेकर बवाल मचा हुआ है। हाल ही में राज्य के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा कि सरकार इस स्कीम पर पुनर्विचार करेगी। शिवकुमार ने इस बयान के बाद से बीजेपी सरकार पर चुनावी वादों से पीछे हटने का आरोप लगा रही है। इसी बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी अपने ही सरकार पर सवाल उठाया है।
खड़गे ने कहा कि चुनाव के दौरान कोई भी ऐसा वादा न किया जाए, जिसे पूरा करने के चक्कर में प्रदेश पर आर्थिक बोझ हो। बता दें कि राज्य के चुनाव प्रचार में कांग्रेस ने पांच गारंटी दी थी। इसमें से गृह लक्ष्मी योजना के तहत महिलाओं को हर महीने 2 हजार, युवा निधि के तहत बेरोजगार ग्रेजुएट्स को दो साल तक 3 हजार रुपये, डिप्लोमाधारकों को 1500 रुपये, शक्ति स्कीम के तहत महिलाओं को सरकारी बसों में मुफ्त यात्रा शामिल है।
कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कर्नाटक में मुफ्त बस योजना पर समीक्षा होना चाहिए। नाराजगी जताते हुए कहा कि उतना ही वादा कीजिए, जितना आप पूरा कर पाओ। आपने कुछ गारंटी दी और उसे देखने के बाद मैंने भी महाराष्ट्र में कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस की 5 गारंटी लागू है। आप शिव कुमार कह रहे हैं कि हम एक गारण्टी छोड़ देंगे। आप लोगों के अंदर संदेह पैदा कर रहे हैं।
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