नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट में आज चंडीगढ़ मेयर चुनाव को लेकर सुनवाई हुई । इस दौरान चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ की अगुवाई में तीन जजों ने मामले को सुना। वहीं चीफ जस्टिस ने प्रिजाइडिंग ऑफिस का वो वीडियो भी देखा जिसमें वह वोटों को कथित रूप से रद्द कर रहे हैं और सीजेआई ने कहा कि यह लोकतंत्र का मजाक है, जो कुछ भी हुआ उससे हम बस स्तब्ध हैं।वहीं सीजेआई ने कहा कि हम इस तरह लोकतंत्र की हत्या की इजाजत नहीं दे सकते हैं।इसके अलावा सीजेआई ने चुनाव का पूरा वीडियो पेश करने(Chandigarh Mayor Election) को कहा है और नोटिस भी जारी किया है।
जानकारी दे दें कि सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव को चुनौती देने वाली कुलदीप कुमार की याचिका पर नोटिस जारी किया। वहीं अब पूरा रिकॉर्ड पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार के पास शाम 5 बजे तक सभी दस्तावेज और सभी वीडियो प्रूफ के साथ रखा जाएगा और सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ नगर निगम की सात फरवरी को होने वाली पहली बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने का आदेश दे दिया है। लेकिन नगर निगम के नए मेयर के कामकाज पर फिलहाल रोक लगी रहेगी।
वहीं सीजेआई की अगुवाई वाली बेंच ने कहा कि हम निर्देश देते हैं कि मेयर चंडीगढ़ नगर निगम चुनावों का पूरा रिकॉर्ड हाई कोर्ट रजिस्ट्रार जनरल के पास जब्त कर लिया जाए और मतपत्र, वीडियोग्राफी को भी संरक्षित रखा जाए। इस दौरान रिटर्निंग ऑफिसर को नोटिस दिया गया है कि वह रिकॉर्ड सौंप देंगे और सुप्रीम कोर्ट ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव मामले की सोमवार को सुनवाई शुरू कर दी है। वहीं आज की सुनवाई के बाद इस मामले को 12 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
बता दें कि कोर्ट में वकील कुलदीप कुमार ने नए सिरे(Chandigarh Mayor Election) से मेयर चुनाव की मांग करते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया है। इस दौरान वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने मुख्य न्यायाधीश को यह देखने के लिए पेनड्राइव दी कि चुनाव कार्यवाही में क्या हुआ था। जानकारी दे दें कि इसी पेनड्राइव में कथित रूप से प्रिजाइडिंग ऑफिस का वो वीडियो भी था, इसमें देखा गया कि वह मतपत्रों पर कलम चला रहे हैं और इसके साथ ही कथित रूप से पीछे के दरवाजे से कैसे बीजेपी के कैंडिडेट मेयर की कुर्सी पर आकर बैठ जाते हैं।
चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि यह स्पष्ट है कि उन्होंने मतपत्रों को खराब किया है, उन पर मुकदमा जरूर चलाया जाना चाहिए। इस दौरान सीजेआई ने प्रिजाइडिंग ऑफिसर के कैमरे में देखने पर कहा कि वह कैमरे में क्यों देख रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने वकील को संबोधित करते हुए कहा कि यह लोकतंत्र का मजाक है और लोकतंत्र की हत्या है,इससे हम आश्चर्यचकित हैं।इस दौरान चीफ जस्टिस ने पूछा कि क्या रिटर्निंग ऑफिस का यही व्यवहार होता है और कृपया रिटर्निंग अधिकारी को बताएं कि एससी उस पर नजर रख रहा है।
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