नई दिल्ली: मध्य बिहार के गया जिले के बुनियादगंज थाना क्षेत्र के कुकरा बाईपास के निकट बीते रविवार की शाम फल्गु नदी में बालू निकालने से बने करीब 30 फीट के गर्त में डूबने से 3 बच्चों की मौत हो गई. डूबने वाले तीनों बच्चे शौच के लिए गए थे. मृतकों की पहचान ऋतिक, अंकुश […]
नई दिल्ली: मध्य बिहार के गया जिले के बुनियादगंज थाना क्षेत्र के कुकरा बाईपास के निकट बीते रविवार की शाम फल्गु नदी में बालू निकालने से बने करीब 30 फीट के गर्त में डूबने से 3 बच्चों की मौत हो गई. डूबने वाले तीनों बच्चे शौच के लिए गए थे. मृतकों की पहचान ऋतिक, अंकुश और निखिल के रूप में हुई है और इन सभी बच्चों की उम्र 10 से 16 वर्ष के बीच है. परिवार और ग्रामीणों द्वारा आज तीनों का दाह-संस्कार किया जाएगा।
जानकारी के अनुसार इस घटना के बाद ग्रामीणों द्वारा अलीपुर के पास सड़क जाम कर खूब हंगामा किया. ऋतिक और निखिल कुमार के पिता संतोष यादव ने बताया कि बालू घाट के निकट बालू निकालने से करीब 30 फीट गड्ढा हो चुका है. रोजाना 100 से अधिक बालू से भरी ट्रैक्टर यहां से गुजरता है. घर से कुछ ही दूरी पर बुनियादगंज थाना है लेकिन खनन के विरुद्ध किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं होती है।
इस घटना से सैकड़ों ग्रामीणों ने आक्रोशित होकर बीते रविवार को हंगामा किया. ग्रामीणों द्वारा बालू खनन पर रोक और मुआवजे की मांग कर रहे थे. सूचना मिलने के बाद वजीरगंज डीएसपी कुमार वैभव मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि इस घटना की जांच कराई जाएगी. इसके बाद हंगामा कर रहे सभी लोग शांत हुए.
इस संबंध में स्थानीय पूर्व वार्ड पार्षद इंद्रदेव विद्रोही ने कहा कि बालू घाट की वजह से अबतक 10 से अधिक बच्चों की मौत हो चुकी है. ये भी कहा कि बालू खनन की वजह से फल्गु नदी में 30 से 35 फीट गड्ढा बन चुका है और इसी वजह से यह घटना हुई है।
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