नई दिल्ली : दिल्ली की सियासत एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है. बीते दिनों खूब चर्चा में रहे शराब नीति आबकारी विभाग से जुड़े घोटाले की जांच करने वाले सीबीआई की ACB ब्रांच के डायरेक्टर ऑफ प्रोसिकुशन जितेंद्र कुमार ने कथित रूप से खुदखुशी कर ली है. बता दें, ये मामले दिल्ली के […]
नई दिल्ली : दिल्ली की सियासत एक बार फिर सुर्खियों में आ गई है. बीते दिनों खूब चर्चा में रहे शराब नीति आबकारी विभाग से जुड़े घोटाले की जांच करने वाले सीबीआई की ACB ब्रांच के डायरेक्टर ऑफ प्रोसिकुशन जितेंद्र कुमार ने कथित रूप से खुदखुशी कर ली है. बता दें, ये मामले दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ था. जहां ACB ब्रांच ही उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित अन्य कई आरोपियों के खिलाफ जांच में जुटी थी.
CBI की ACB ब्रांच ने ही शराब नीति घोटाले को लेकर एफआईआर की थी और ACB ही केस की जांच कर रही है. अब मामले की जांच करने वाले ब्रांच में डिप्टी लीगल एडवाईजर के पद पर तैनात जितेंद्र कुमार ने आत्महत्या कर ली है. बता दें, जितेंद्र को सब डायरेक्टर ऑफ प्रोसिकुशन बनाया गया था, जो ACB को लीगल सलाह देते थे. पुलिस द्वारा मिली जानकारी के अनुसार डिफेंस कॉलोनी थाने को गुरुवार सुबह 6.47 बजे जितेंद्र के आत्महत्या की सूचना मिली. पुलिस जब मौके पर पहुंची तो CBI के कानूनी उपसलाहकार का शव बालकनी में शव बेल्ट के सहारे लटका हुआ था.
बताते चलें जितेंद्र कुमार हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के मूल निवासी थे. वह 2 वर्ष पूर्व ही ट्रांसफर से दिल्ली आए थे. इससे पहले उन्होंने चंडीगढ़ में अपनी सेवा दी थी. जानकारी के अनुसार उनके शव के पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है। जिसमें कुमार के इस चरम फैसले के लिए और किसी को जिम्मेदार ठहराने की बात नहीं की गई है. सुसाइड नोट में जितेंद्र के इस कदम के लिए मानसिक तनाव और बीमारी को जिम्मेदार ठहराया गया है.
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