विक्रम कोठारी की गिरफ्तारी की भी खबरें सामने आ रही थीं लेकिन सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया कि इस केस में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. अभिषेक दयान ने कहा कि अभी सीबीआई मामले की जांच में जुटी हुई है.
कानपुर. 11300 करोड़ के पीएनबी बैंक फ्रॉड सामने आने के बाद ईडी और आईटी डिपार्टमेंट देशभर में निरव मोदी के ठिकानों पर छापेमारी कर रहे हैं. इस फ्रॉड के बाद रोटोमैक कंपनी के मालिक विक्रम कोठारी भी एजेंसियों के निशाने पर आ गए हैं. सीबीआई के बाद प्रवर्तन निदेशालय ने विक्रम कोठारी पर लोन फ्रॉड के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज कर लिया है. अभी तक यह घोटाला 800 करोड़ रुपये का बताया जा रहा था लेकिन केस दर्ज होने के बाद चौंकाने वाला आंकड़ा सामने आया है.
विक्रम कोठारी ने सरकारी बैंकों को 800 करोड़ नहीं बल्कि 3695 करोड़ की चपत लगाई है. सीबीआई के मुताबिक रोटोमैक के मालिक ने 7 बैंकों से 2919 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. यह राशि ब्याज सहित 3,695 करोड़ रुपये हो चुकी है. सीबीआई टीम ने रविवार रात केस दर्ज करने के बाद कानपुर में कोठारी के कई ठिकानों पर छापेमारी की. सीबीआई ने कोठारी, उनके बेटे और पत्नी से भी पूछताछ की है.
विक्रम कोठारी की गिरफ्तारी की भी खबरें सामने आ रही थीं लेकिन सीबीआई के प्रवक्ता अभिषेक दयाल ने बताया कि इस केस में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. अभिषेक दयान ने कहा कि अभी सीबीआई मामले की जांच में जुटी हुई है. रोटोमैक कंपनी के मालिक ने बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, बैंक ऑफ महाराष्ट्र, इंडियन ओवरसीज बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और ओरियंटल बैंक ऑफ कॉमर्स से लोन ली है. ईडी के एक अधिकारी ने बताया कि यह इस बात की जांच की जाएगी कि बैंक धोखाधड़ी से हासिल रकम की लॉन्ड्रिंग तो नहीं की गई. अगर ऐसा हुआ तो एक और मामला दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी.