कनाडा: कनाडा के प्रधानमंत्री के बदले सुर, कहा- भारत के साथ काम करना चाहता हूं

कनाडा: भारत की नाराजगी और सख्त कदमों के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के सुर अब बदले-बदले नजर आ रहे है। बता दें, ट्रूडो अपने पुराने दावों पर कायम हैं। इन सब के बीच उन्होंने भारत के साथ काम करने की बात को गंभीरता से लेने की बात कही है। इस दौरान कनाडा के […]

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कनाडा: कनाडा के प्रधानमंत्री के बदले सुर, कहा- भारत के साथ काम करना चाहता हूं

Anil

  • September 21, 2023 11:41 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

कनाडा: भारत की नाराजगी और सख्त कदमों के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो के सुर अब बदले-बदले नजर आ रहे है। बता दें, ट्रूडो अपने पुराने दावों पर कायम हैं। इन सब के बीच उन्होंने भारत के साथ काम करने की बात को गंभीरता से लेने की बात कही है। इस दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि मैं भारत सरकार से हमारे साथ करने, इन आरोपों को गंभीरता से लेने औऱ न्याय को अपने तरीके से चलने का आहृान किया।

कनाडा के प्रधानमंत्री का ब्यान आया सामने

इसमें कोई सवाल नहीं है, भारत एक बढ़ता हुआ महत्व वाला देश है और एक ऐसा देश है जिसके साथ हमें न केवल एक क्षेत्र में बल्कि दुनिया भर में काम करना जारी रखना है और हम उकसाने या समस्याएं पैदा करने के बारे में नहीं सोच रहे हैं, लेकिन हम इसके महत्व के बारे में स्पष्ट हैं कानून का शासन और कनाडाई लोगों की रक्षा करने और मूल्यों के लिए खड़े होने के महत्व के बारे में स्पष्ट रूप से। इसीलिए, हम भारत सरकार से आह्वान करते हैं कि वह मामले की सच्चाई को उजागर करने और न्याय और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए प्रक्रियाएँ स्थापित करने के लिए हमारे साथ काम करें।” कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो कहते हैं

भारत उठा सकता है बड़ा कदम

बता दें, भारत को भी इस बात का अंदाजा है कि कनाडा के मामले में वह बड़ा कदम उठा सकता है। अगर भारत इस मामले में संज्ञान लेता है तो कनाडा की सांसे अटक जाएंगी। वहीं अगर इस बीच अगर भारत अपने यहां से छात्रों के कनाडा जाने पर रोक लगा सकता है। जानकारों के अनुसार ऐसा होते ही जिन प्राइवेट यूनिवर्सिटी जिन्हें सरकार की तरह से किसी भी प्रकार की मदद नहीं दी जाती है। वह पूरी तरह से समाप्त हो सकती है। आकड़ो के अनुसार कनाडा की इकॉनमी में 30 बिलियन डॉलर तक का योगदान करते हैं।

कनाडा को होगा भारी नुकसान

हालांकि इस बीच कनाडा के ऑडिर- जनरल बोनी लिसिक ने पैसे के मामले में अंतरराष्ट्रीय छात्रों पर निर्भरता को गिनवा चुके है। 2021 की रिपोर्ट के अनुसार अगर किसी भी कारण की वजह से अगर कुछ देशों के छात्र कनाडा में प्रवेश नहीं कर पाते है तो राजस्व को बड़े पैमाने पर नुकसान होता है। ऐसे में अगर एक ऐसा देश अपने छात्रों 40 फीसदी है तो क्या होगा। वहीं कनाडा सरकार के आकड़ो के मुताबिक 2022 में कनाडा में 5.5 लाख अंतर्राष्ट्रीय छात्रों में से 2.26 लाख छात्र भारत से थे। वही 3.2 लाख छात्र कनाडा में वीजा लेकर रह रहे थे और कनाडा की अर्थवयवस्था में मदद करते है।

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