जयपुर: रेगिस्तान का मतलब बंजर इलाका होता है। ऐसा इलाका जहां कोई हरियाली न हो। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि धरती पर रेगिस्तान क्यों और कैसे बनते हैं? क्या रेगिस्तान कभी हरा-भरा इलाका बन पाएगा? यदि रेगिस्तानी इलाकों को हरा-भरा और आबाद किया जा सके तो देश की कृषि अर्थव्यवस्था (Agricultural Economy) को किस हद तक फायदा हो सकता है? हाल के दिनों में दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने इस बारे में कई रिसर्च की है और इसका जवाब तलाशने की कोशिश की है।
➨ रेगिस्तान क्यों बनते हैं ?
दरअसल, ग्लोबल क्लाइमेट में बदलव के चलते रेगिस्तान के आकार भी बदल रहे हैं। रेगिस्तान के कई रूप हैं। यह सिर्फ एक रेतीला इलाका नहीं है। यह चट्टानी या पथरीला इलाका भी हो सकता है। लेकिन इनमें एक चीज कॉमन है, वो है बारिश का न होना। बताया जाता है कि जिस इलाके में एक साल में 10 इंच से कम या 25 सेंटीमीटर बारिश होती है, उसे रेगिस्तान कहा जाता है।
➨ क्या रेगिस्तान आबाद हो सकते हैं?
इसका जवाब है हां। किसी भी रेगिस्तान को जितना हो सके हरा-भरा और आबाद किया जा सकता है। हालाँकि, रेगिस्तान को रहने योग्य बनाना बहुत खर्चीला और महंगा है। यह उस जगह की जमीन की जांच के बाद तय किया जा सकता है। वैज्ञानिकों की राय के अनुसार इसके कई तरीके हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, सिंचाई और पानी का प्रबंधन। इसके अलावा आधुनिक तकनीकों का भी इस्तमाल किया जाना चाहिए। हरियाली लाने के लिए पेड़-पौधे उगाने चाहिए। साथ ही इन जगहों पर बारिश की एक बूंद नहीं टपकती तो फिर आर्टिफिशियल बारिश का सहारा लिया जा सकता है जिससे जमीन और पेड़ों में जान आ सकती है।
उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है,…
सीएम हेमंत सोरेन ने कांग्रेस को डिप्टी सीएम का पद देने से इनकार कर दिया…
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया पर 250 रनों की बढ़त हासिल कर ली है. 67वें ओवर…
महाराष्ट्र में सीएम के सवाल पर एकनाथ शिंदे ने कहा कि अभी यह तय नहीं…
अमेरिका के मैरीलैंड में एक नाबालिग छात्र के साथ शिक्षिका ने घिनौनी करतूत की है।…
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, चक्रवाती सार्क पूर्वी हिंद महासागर, दक्षिण अंडमान सागर…