मुंबई। महाराष्ट्र की शिवसेना-बीजेपी सरकार का जल्द कैबिनेट विस्तार होगा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि शिवसेना और बीजेपी में कोई मतभेद नहीं है. हमारा (भाजपा-शिवसेना) गठबंधन बहुत मजबूत है, हम सभी चुनाव मिलकर लड़ेंगे. इसके साथ ही सीएम शिंदे ने ट्वीट कर भी ये बात […]
मुंबई। महाराष्ट्र की शिवसेना-बीजेपी सरकार का जल्द कैबिनेट विस्तार होगा. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आज इस बात की जानकारी दी है. उन्होंने कहा है कि शिवसेना और बीजेपी में कोई मतभेद नहीं है. हमारा (भाजपा-शिवसेना) गठबंधन बहुत मजबूत है, हम सभी चुनाव मिलकर लड़ेंगे. इसके साथ ही सीएम शिंदे ने ट्वीट कर भी ये बात दोहराई है. उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि हमने तय किया है कि शिवसेना और बीजेपी लोकसभा, विधानसभा, स्थानीय निकाय चुनाव सहित आगामी सभी चुनाव मिलकर लड़ेंगी.
बता दें कि रविवार देर रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से उनके आवास पर मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद सीएम शिंदे ने कहा कि मैं और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कल दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, यह एक सकारात्मक बैठक थी। जिस दिन से हमारी सरकार बनी है, तब से महाराष्ट्र सरकार को केंद्र का पूरा समर्थन मिल रहा है।
Maharashtra CM Eknath Shinde and Deputy CM Devendra Fadnavis met Union Minister Amit Shah in Delhi yesterday
"We've decided that Shiv Sena and BJP will jointly contest all upcoming elections including Lok Sabha, Vidhan Sabha, local body elections," tweets CM Shinde
(Pic source:… pic.twitter.com/CzuGTJItcB
— ANI (@ANI) June 5, 2023
महाराष्ट्र में कैबिनेट विस्तार में देरी को लेकर आज सुबह शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के सांसद संजय राउत ने शिंदे सरकार पर निशाना साथा था। उन्होंने कहा था कि पहले शिवसेना का आलाकमान महाराष्ट्र में था लेकिन अब आलाकमान दिल्ली में है. इस सरकार को बने हुए एक साल से ज्यादा का वक्त बीत चुका है लेकिन अभी तक कैबिनेट का विस्तार नहीं हुआ है. इससे साफ पता चल रहा है कि यह सरकार जा रही है.
इसके साथ ही संजय राउत ने ओडिशा में हुए रेल हादसे को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. राउत ने कहा कि माधवराव सिंधिया और लाल बहादुर शास्त्री ने नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दिया था. क्या मौजूदा रेल मंत्री की यह जिम्मेदारी नहीं है कि वह इतने बड़े हादसे के बाद इस्तीफा दें? बता दें कि ओडिशा के बालासोर में शुक्रवार देर रात हुए रेल हादसे में 275 लोगों की मौत हो गई. जबकि 1100 से अधिक लोग घायल हो गए.
संजय राउत बोले- सचिन और विराट की तरह ही धुआंधार बैटिंग कर रहे हैं राहुल गांधी