सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट में संशोधन को लेकर हो रहे बवाल को देखते हुए पंजाब सरकार ने राज्य में बसों की आवाजाही बंद रखने का फैसला किया है. साथ ही मोबाइल इंटरनेट सेवा भी अस्थाई रूप से पूरी तरह बंद कर दी जाएगी.
नई दिल्ली. पंजाब सरकार ने सोमवार को राज्य में बसों की आवाजाही बंद रखने का फैसला किया है. दरअसल अनुसूचित जाति वर्ग के लोग एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के खिलाफ लामबंद हो गए हैं. ऐसे में पंजाब पुलिस प्रशासन को डर है कि सामान्य वर्ग के लोग भी सड़क पर उतर सकते हैं, जिससे माहौल और भी बिगड़ सकता है. यही वजह है कि पंजाब सरकार ने स्कूल, कालेजों को भी इस दौरान बंद रखने का फैसला किया है. इसके चलते पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड ने बच्चों के प्रैक्टिकल परीक्षा के शेड्यूल में भी बदलाव किए हैं.
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के चलते हो रहे बवाल को देखते हुए पंजाब सरकार ने इंटरनेट सेवा बंद करने का ऐलान किया है. इसको लेकर रविवार यानि 1 अप्रैल के रात 11 बजे तक मोबाइल इंटरनेट सेवा पूरी तरह बंद कर दी जाएगी.
लामबंद के कारण पंजाब राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. यहां तक कि दलित लैंड के रूप में पहचाने जाने वाले जालंधर में सादी वर्दी में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं. साथ ही पंजाब पुलिस की मोबाइल वैन में लगे सीसीटीवी से लोगों पर नजर रखी जा रही है. दरअसल दलित संगठनों ने 2 अप्रैल को भारत बंद का आह्वान किया हुआ है. इस दौरान कोई हिंसा न हो इसको लेकर जालंधर जिला प्रशासन पहले से काफी सतर्क है. हालांकि लामबंद कर रहे संगठनों के साथ बातचीत जारी है और उन्हें आश्वस्त किया जा रहा है कि दलितों के किसी भी अधिकार को नहीं छीना जाएगा. पंजाब सरकार द्वारा दी गई सुविधाओं की मदद से आंदोलन को लेकर आक्रोशित लोगों को शांत किया जाएगा.
मारे गए 39 भारतीयों के अवशेष वापस लाने के लिए इराक रवाना हुए विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह
बोरी लेकर 1.50 अरब रुपये लेने बैंक पहुंचा, नहीं मिले तो दी गालियां, बदले में हुई कुटाई