Bulandshahr Mob Violence: सोमवार को यूपी के बुलंदशहर में गोकशी की अफवाह के बाद भड़की हिंसा में स्याना थाने के इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में शक की सुई सेना के जवान जीतेंद्र मलिक पर उठ रही है, जिसे गिरफ्तार कर स्याना पूछताछ के लिए लाया गया है.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की हत्या के संदिग्ध जीतेंद्र मलिक उर्फ जीतू फौजी को यूपी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. आर्मी ने जीतू को पुलिस को सौंपा. सूत्रों के मुताबिक वह पिछले 36 घंटों से पुलिस की रडार पर था. उसकी गिरफ्तारी पर यूपी पुलिस के एडीजी (कानून एवं व्यवस्था) आनंद कुमार ने कहा, ”आप देख सकते हैं कि जीतेंद्र मलिक भीड़ को उकसा रहा है. हमें खबर मिली है कि जीतू पत्थरबाजी में भी शामिल था. इस घटना की वीडियो अन्य सबूत भी हमारे पास हैं. एक सेना का जवान भीड़ को क्यों उकसा रहा था. क्यों वह नारेबाजी कर रहा था”. कुमार ने यह भी कहा कि मामले के अन्य मुख्य आरोपी योगेश राज को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा, यह देखना होगा कि क्या इंस्पेक्टर की हत्या का अखलाक लिंचिंग मामले से तो ताल्लुक नहीं है.
जीतेंद्र को गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ के एसएसपी ने मेरठ में कहा, सेना ने उसे सुबह 12.50 मिनट पर हमारे हवाले किया और शुरुआती पूछताछ कर ली गयी है. उसे बुलंदशहर भेज दिया गया है, जहां उसे मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेश किया जाएगा. एसएसपी ने कहा, ”उसने माना कि भीड़ के जमा होने के वक्त वह वहां था. शुरुआती सबूतों में यह सच साबित हुआ है.
फिलहाल यह साफ नहीं हो पाया कि उसने ही सुबोध सिंह या सुमित पर गोली चलाई. उसने कहा कि वह गांववालों के साथ वहां गया था, लेकिन उसने पुलिस पर पत्थर फेंकने के आरोपों को खारिज कर दिया. उसके फोन की फॉरेंसिक जांच की जाएगी.” गौरतलब है कि जीतेंद्र मलिक को स्याना पुलिस थाने लाया गया है, जहां उसे पूछताछ की जाएगी. बुलंदशहर मामले की एफआईआर में उसे नामजद किया गया है.