Bulandshahr Mob Violence: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भीड़ के हमले में यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की मौत हो गई थी. घटना उस वक्त हुई जब गोकशी की अफवाह के बाद भीड़ काबू से बाहर हो गई. पुलिस जब भीड़ को कंट्रोल करने में लगी थी, तब सुबोध सिंह के सिर में गोली मार दी गई. इस घटना में एक युवक की भी मौत हुई है.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में भीड़ के हमले में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह का पार्थिव शरीर मंगलवार को एटा स्थित उनके घर लाया गया, जहां उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. इस मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार और चार लोगों को हिरासत में लिया गया है. एफआईआर में बजरंग दल के सीनियर नेता योगेश राज समेत 28 लोगों को नामजद किया गया है. जबकि सोमवार को 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. योगेश राज ने इससे पहले गोकशी का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी.
मामले में इंस्पेक्टर समेत दो लोगों की मौत हो चुकी है. यह घटना उस वक्त हुई जब पुलिस भीड़ को कंट्रोल करने की कोशिश कर रही थी. तभी अचानक इंस्पेक्टर सुबोध सिंह के सिर में गोली मार दी गई और एक युवक की भई मौत हो गई. भीड़ ने यह हमला गोकशी की अफवाह के बाद किया था. सुबोध सिंह स्याना के एसएचओ थे और उन्होंने 2015 में दादरी के बिसाहड़ा में हुए अखलाक हत्याकांड मामले की जांच की थी. इस घटना के बाद बुलंदशहर में तनाव की स्थिति है, जिसके चलते इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात किया गया है. इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है. साथ ही एडीजी (इंटेलीजेंस) भी मामले की जांच करेंगे. एसआईटी की अगुआई मेरठ के एडीजी करेंगे.
मौत के बाद सुबोध सिंह की बहन ने कहा कि मेरा भाई अखलाक मामले की जांच कर रहा था इसलिए वह मारा गया. यह साजिश पुलिस की है. उसे शहीद घोषित कर मेमोरियल बनाया जाना चाहिए. हमें कोई पैसा नहीं चाहिए. सीएम योगी आदित्यनाथ सिर्फ गाय, गाय करते हैं. वहीं सुबोध के बेटे ने कहा कि मेरे पिता चाहते थे कि मैं अच्छा नागरिक बनूं, जो समाज में धर्म के नाम पर हिंसा का समर्थन नहीं करता. आज मेरे पिता की हिंदू-मुस्लिम विवाद के कारण मौत हो गई. कल किसने पिता मारे जाएंगे?
https://www.youtube.com/watch?v=ttQqn1qsV9I