Bulandshahr Mob Lynching case: 3 दिसंबर को बुलंदशहर के स्याना में गोकशी की अफवाह के बाद भड़की हिंसा में यूपी पुलिस के इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी. बीते दिनों उन्हें गोली मारने के आरोपी प्रशांत नट को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस ने अब उन पर कुल्हाड़ी से वार करने वाले कलुआ को भी गिरफ्तार कर लिया है.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश में पिछले महीने (3 दिसंबर) गोकशी की अफवाह के बाद भड़की हिंसा में मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या के मामले में मंगलवार को अन्य प्रमुख आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपी कलुआ को बुलंदशहर के किसी गांव में मौजूद होने की सूचना के बाद अरेस्ट कर लिया गया. मंगलवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा. एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि कलुआ पर सुबोध सिंह के सिर में कुल्हाड़ी से वार करने का आरोप है.
फिलहाल उससे पूछताछ की जा रही है. कुल्हाड़ी से वार के बाद प्रशांत नट ने सुबोध को गोली मार दी थी. नट फिलहाल पुलिस हिरासत में है. बुलंदशहर के अडिशनल एसपी सिटी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने कहा, पूछताछ में पता चला कि सुबोध सिंह पर कुल्हाड़ी से वार इसी शख्स ने किया था. कुल्हाड़ी को जब्त कर लिया गया है. अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
इस घटना को लेकर बीजेपी सरकार चौतरफा हमले का सामना कर रही है. शनिवार (29 दिसंबर) को कांग्रेस ने इस मामले की न्यायिक जांच की मांग करते हुए आरोप लगाया था कि योगी सरकार दोषियों को ‘बचाने’ का काम कर रही है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राज बब्बर ने कहा कि बीजेपी सरकार में भीड़तंत्र खूब फल-फूल रहा है.
बब्बर ने कहा कि सिर्फ बुलंदशहर की घटना ही इकलौती नहीं है. जब से बीजेपी सत्ता में आई है तब से ऐसी न जानें कितनी घटनाएं हुई हैं. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के जज या इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की अगुआई में गठित न्यायिक जांच ही सच्चाई सामने ला सकती है. राज बब्बर ने कहा, जब से नरेंद्र मोदी सत्ता में आए हैं, भीड़ हिंसा अपनी जगह बना रही है. देशभर में हिंसा और हत्या की कई घटनाएं हुई हैं.