Bulandshahar Mob Violence: बुलंदशहर के स्याना में सोमवार को गोकशी के विरोध में हो रहा प्रदर्शन हिंसक हो गया जिसमें एसएचओ सुबोध कुमार सिंह की सिर पर गोली लगने की वजह से मौत हो गई. पुलिस ने इस मामले में 27 नामजद और 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. इसी बीच शहीद पुलिस इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की पत्नी ने कहा है कि उनके पति ने ईमानदारी और जिम्मेदारी से पुलिस की नौकरी की है. इंसाफ तभी होगा जब हत्यारे मारे जाएंगे.
बुलंदशहर. उत्तर प्रदेश के बुलंदशह के स्याना थाना इलाके में सोमवार को गोकशी के विरोध में प्रदर्शन के बाद हुई हिंसा में थाना प्रभारी निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह शहीद हो गए. सीएम योगी आदित्यनाथ ने शहीद पुलिस इंस्पेक्टर की पत्नी-बच्चों को 40 लाख रुपए व एक सरकारी नौकरी और माता पिता को 10 लाख रुपए मुआवजा देने का ऐलान किया है. इसी बीच शहीद सुबोध कुमार सिंह की पत्नी ने कहा कि उनके पति ने हमेशा जिम्मेदारी उठाते हुए ईमानदारी से काम किया है. यह कोई पहली घटना नहीं है, इसके पहले भी उन्हें दो बार गोली लग चुकी है. इंसाफ तभी होगा जब उनके हत्यारे मारे जाएंगे.
गौरतलब है कि शहीद इंस्पेक्टर सुबोध सिंह एटा के रहने वाले हैं. उनके परिवार में उनकी पत्नी और दो बेटे हैं. वहीं शहीद की पत्नी पति की हत्या को लेकर कहा कि उनकी हत्या पुलिस की एक साजिश है क्योंकि वे दादरी के बिसाहड़ा कांड में भीड़ द्वारा मारे गए अखलाख के केस की जांच कर रहे थे. दरअसल आपको बता दें कि साल 2015 के सितंबर महीने में यूपी के दादरी में भीड़ ने गोकशी के शक में अखलाख नामक एक अधेड़ व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. उस दौरान शहीद सुबोध कुमार सिंह घटनास्थल के करीबी थाने में बतौर एसओ कार्यरत थे.
सोमवार को क्या हुआ था बुलंदशहर में
सोमवार को बुलंदशहर के स्याना थाना के चिंगारगाठी गांव में कुछ लोग गोकशी के विरोध का प्रदर्शन कर रहे थे. जब पुलिस ने रोकने की कोशिश की तो प्रदर्शन हिंसा में बदल गया. इस दौरान लोगों ने फायरिंग भी की जिसमें गोली लगने से एसएचओ सुबोध कुमार सिंह की मौत हो गई. वहीं पुलिस की ओर से जवाबी कार्रवाई में सुमित नाम के एक युवक की जान चली गई. इस मामले में पुलिस ने 27 नामजद और 6 अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है. चार लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है. पुलिस बाकी आरोपियों की तलाश कर रही है.