लखनऊ। कानपुर के रूरा के मड़ौली गांव में कब्जा हटाने के दौरान मां बेटी के जिंदा जला देने के मामले में घटना के करीब 18 घंटे बाद भी अभी तक शव नहीं उठाया गया है। बता दें, पीड़ित परिवार ने प्रशासन के सामने मांग रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गांव बुलाने और आरोपियों को […]
लखनऊ। कानपुर के रूरा के मड़ौली गांव में कब्जा हटाने के दौरान मां बेटी के जिंदा जला देने के मामले में घटना के करीब 18 घंटे बाद भी अभी तक शव नहीं उठाया गया है। बता दें, पीड़ित परिवार ने प्रशासन के सामने मांग रखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को गांव बुलाने और आरोपियों को गिऱफ्तार किए जाने की मांग रखी है, उनकी मांगों को पूरा किए जाने के बाद ही वह शव को उठाने दिया जाएगा।
इसी बीच घटना पर कानपुर आयुक्त डॉ राज शेखर ने बताया कि घटना में एफआईआर दर्ज कर ली गई है, हम आरोपी को पकड़ने का प्रयास कर रहे हैं। इसके अलावा तत्काल प्रभाव से लेखपाल व एसडीएम को निलंबित कर दिया गया है। वहीं उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि हम लोगों ने अधिकारियों से बात की है, किसी भी दोषी को हम बख्शेंगे नहीं प्रशासनिक अधिकारी हो या पुलिस के अधिकारी कानपुर में झुग्गी झोपड़ी पर जाकर जिन लोगों ने ऐसा काम किया है उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। जांच कमेटी की रिपोर्ट आज मिल जाएगी।
बता दें, उत्तर प्रदेश के कानपुर में सोमवार को प्रशासनिक टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी। उसने एक परिवार की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया। इस दौरान झुग्गी में आग लग गई, जिसमें जलकर मां-बेटी की मौत हो गई। साथ ही पिता और पुत्र आग से बुरी तरह झुलस गए। घटना की जानकारी मिलते ही तुरंत कमिश्नर, एडीजी और आईजी भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिजनों को सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया।
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