BJP Workers beat Election Official Moradabad: उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बूथ नंबर 231 पर तैनात चुनाव अधिकारी मोहम्मद जुबैर की पिटाई कर दी. बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि चुनाव अधिकारी मतदान करने आ रहे लोगों से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार को वोट डालने के लिए कह रहे थे.
मुरादाबाद. लोकसभा चुनाव के तीसरे चरण के मतदान के दौरान देशभर की कई जगहों से हिंसा की खबर आ रही हैं. ताजा मामला उत्तर प्रदेश की मुरादाबाद लोकसभा सीट का है, जहां बीजेपी कार्यकर्ताओं ने चुनाव अधिकारी मोहम्मद जुबैर की पिटाई कर दी. मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने निर्वाचन अधिकारी को बीजेपी कार्यकर्ताओं से बचाया. भाजपा कार्यकर्ताओं का आरोप है कि बूथ नंबर 231 पर तैनात मोहम्मद जुबैर लोगों को अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी पर वोट डालने के लिए कह रहे थे.
बूथ पर चुनाव अधिकारी की पिटाई का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. वीडियो में भाजपा कार्यकर्ता मोहम्मद जुबैर की पिटाई करते हुए नजर आ रहे हैं. मालूम हो कि मुरादाबाद लोकसभा सीट पर 13 उम्मीदवार मैदान पर हैं. भारतीय जनता पार्टी ने इस सीट से वर्तमान सांसद कुंवर सर्वेश कुमार को अपना उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस पार्टी ने मशहूर शायर इमरान प्रतापगढ़ी को टिकट दिया है. वहीं सपा-बसपा-आरएलडी गठबंधन से एसटी हसन को समाजवादी पार्टी के निशान पर प्रत्याशी बनाया गया है.
#WATCH Moradabad: BJP workers beat an Election Official at booth number 231 alleging he was asking voters to press the 'cycle' symbol of Samajwadi party pic.twitter.com/FokdXCAJ1z
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) April 23, 2019
दूसरी ओर ममता बनर्जी के पश्चिम बंगाल से टीएमसी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में हिंसा के बाद हुई झड़प दौरान एक वोटर की मौत होने की खबर सामने आई है. दरअसल राज्य की मुर्शिदाबाद सीट पर वोटिंग के दौरान कांग्रेस और तृलमृल कांग्रेस के उम्मीदवार आपस में भिड़ गए. हिंसा के बीच वोट देने के लिए पोलिंग बूथ की लाइन में लगे एक वोटर की मौत हो गई.
West Bengal: Man standing in a queue to vote killed in clashes between Congress and TMC workers in Baligram, Murshidabad. #LokSabhaElections2019 pic.twitter.com/hkTc56cT7i
— ANI (@ANI) April 23, 2019
वेस्ट बंगाल में सबसे हिंसा भी मुर्शिादाबाद के डोमकाल से शुरू हुई, जहां दो गुटों की हिंसक झड़प में टीएमली के 3 कार्यकर्ता बुरी तरह घायल हो गए. इसके बाद वेस्ट बंगाल के रानीनगर इलाके में बूथ नंबर 47-48 के करीब कुछ उपद्रवियों द्वारा देसी बम फेंकने की खबर आई. इन लोगों का मकसद मतदाताओं को डरा कर वापस भेजना था. कहा जा रहा है कि ये उपद्रवी किसी राजनीतिक पार्टी या गुट से थे. हिंसा के बाद संवेदनशील जगहों पर अधिक सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया है.