नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के विधानसभा में सोमवार के दिन विश्वास प्रस्ताव पेश करते समय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप विधायकों ने भाजपा पर जमकर जुबानी तीर छोड़े। एक ओर सीएम ने भाजपा को घेरते हुए ऑपरेशन लोटस की बात कही वहीं दूसरी ओर आप विधायक दुर्गेश पाठक ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना के […]
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली के विधानसभा में सोमवार के दिन विश्वास प्रस्ताव पेश करते समय दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और आप विधायकों ने भाजपा पर जमकर जुबानी तीर छोड़े। एक ओर सीएम ने भाजपा को घेरते हुए ऑपरेशन लोटस की बात कही वहीं दूसरी ओर आप विधायक दुर्गेश पाठक ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना के ऊपर घोटाले में शामिल होने का आरोप लगाया। जिसके बाद सोमवार की रात को विधानसभा में भाजपा (BJP) और आप (AAP) विधायक धरने पर बैठ गए। दोनों ने एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए।
एक तरफ आप विधायक महात्मा गांधी के स्मारक के नीचे जा खड़े हुए। वहीं भाजपा विधायकों ने दिल्ली विधानसभा मैदान के अंदर महान स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, राज गुरु और सुखदेव की मूर्तियों के पास अपने धरने की शुरूआत कर दी।
वहां आप विधायक अतिशी ने वीके सक्सेना को दिल्ली उपराज्यपाल के पद से हटाने की मांग करते हुए आरोप लगाया कि सक्सेना ने अपने कर्मचारियों पर 2016 में 1400 करोड़ रुपये के पुराने नोटों को बदलने का दबाव डाला था. जिस समय खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) के अध्यक्ष थे। यह मनी लॉन्ड्रिंग का एक खुला मामला है, जहां एक गवाह ने ये स्वीकार किया कि सक्सेना के प्रभाव में काले धन को सफेद में बदला था। ईडी (ED) और सीबीआई (CBI) को इस पर ध्यान देते हुए छापेमारी करनी चाहिए। जांच पूरी होने तक उन्हें उनके पद से बर्खास्त कर देना चाहिए।
दूसरी ओर भाजपा विधायक रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा कि हमें केजरीवाल से इस बारे में स्पष्टीकरण चाहिए कि वह क्यों भाग रहे हैं जबकि कई घोटाले हुए हैं। आप के विरोध और एलजी सक्सेना के इस्तीफे की मांग करने पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा विधायक विजेंद्र गुप्ता ने कहा यह उनके डर के अलावा और कुछ भी नहीं है क्योंकि वे भ्रष्टाचार में फंस चुके हैं।
इससे पहले सोमवार के दिन विधानसभा में केजरीवाल ने कहा था कि आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक ईमानदार हैं इसलिए एक भी विधायक नहीं बिका और भाजपा का ये ऑपरेशन लोटस दिल्ली में फेल हो गया। जनता को भरोसा दिलाने और उसे ये बताने के लिए कि हमारा एक भी विधायक नहीं बिका है और भाजपा खरीदने में कामयाब नहीं रही इसलिए हम विश्वास प्रस्ताव लेकर आए हैं। उन्होंने कई राज्यों की सरकार को गिराया, ये सरकारें कैसे गिरी यह रोचक तथ्य है। सीएम ने दावा करते हुए कहा कि झारखंड की सरकार गिराई जाएगी, इस कार्य में केंद्र सरकार लगी हुई है और वह सरकार गिराने के लिए डीजल-पेट्रोल के दामों को बढ़ाकर पैसे का इंतजाम करेगी।
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