पटना : 13 जुलाई को भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में भाजपा के कई नेता घायल हो गए वहीं कथित तौर पर भाजपा के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई. इस मामले की जांच के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा बनाईं गई उच्च स्तरीय जांच टीम जांच करने के […]
पटना : 13 जुलाई को भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान पुलिस लाठीचार्ज में भाजपा के कई नेता घायल हो गए वहीं कथित तौर पर भाजपा के एक कार्यकर्ता की मौत हो गई. इस मामले की जांच के लिए बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा बनाईं गई उच्च स्तरीय जांच टीम जांच करने के लिए पटना पहुंच चुकी है.
इस जांच टीम में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवरदास, सांसद मनोज तिवारी, सांसद विष्णु दयाल राम और सांसद सुनीता दुग्गल शामिल है. जांच टीम पटना के डाकबंगला चौराहा, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच का दौरा किया . साथ ही स्थानीय लोगों से बातचीत की,बातचीत के आधार पर जाँच करने आए सदस्यों का कहना था कि ये सरकार की सुनियोजित साजिश के तहत लाठीचार्ज किया गया है क्योंकि जिस तरीके से एक साथ लाठीचार्ज, वाटरकैनन , टियर गैस का उपयोग हुआ इससे यही जाहिर होता है , साथ ही हमने स्थानीय लोगों से बातचीत की इसके अलावा लोगों की और मीडियाकर्मियों का जो वीडियो सामना आया है उससे यही स्पष्ट होता है.
वहीं भाजपा के जांच टीम के आगमन पर जदयू ने हमला किया है . जदयू ने कहा है कि भाजपा के लोग अपने कार्यकर्ता के प्रति कितने निष्ठुर है इससे जाहिर होता है . उनके कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत हो जाती है. जिसका वीडियो फुटेज भी पुलिस ने जारी किया है. भाजपा की जांच टीम को सबसे पहले स्व. विजय सिंह के घर जाकर उनके परिजनों से मिलना चाहिए और वो लोग पटना की सड़कों पर घूम रहे हैं.
13 जुलाई की लाठीचार्ज के बाद भाजपा आक्रामक मूड में है. भाजपा के कार्यकर्ता सरकार को घेरने में लगे हैं वहीं जदयू इस पूरे मामले में भाजपा को ही दोषी ठहरा रही है.
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