लखनऊ : माना जाता है कि मुस्लिम समुदाय बीजेपी को वोट नहीं देता है लेकिन कुछ समय से बीजेपी का मुस्लिम प्रेम जाग गया है. कुछ दिन पहले बीजेपी ने यूपी में पसमांदा सम्मेलन किया था. इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी मुस्लिमों वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है. भाजपा के इतिहास में […]
लखनऊ : माना जाता है कि मुस्लिम समुदाय बीजेपी को वोट नहीं देता है लेकिन कुछ समय से बीजेपी का मुस्लिम प्रेम जाग गया है. कुछ दिन पहले बीजेपी ने यूपी में पसमांदा सम्मेलन किया था. इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी मुस्लिमों वोटरों को साधने की कोशिश कर रही है. भाजपा के इतिहास में ऐसा पहली बार हो रहा है कि 4 मुस्लिम पार्टी का प्रतिनिधित्व विधान परिषद में कर रहे है. भाजपा ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के कुलपति रहे तारिक मंसूर को MLC पद पर मनोनीत किया है.
उत्तर प्रदेश विधान परिषद में 100 सदस्य है जिनमें 80 MLC भारतीय जनता पार्टी के है. भाजपा के कोटे से 4 मुस्लिम विधानपरिषद है जिनमें मोहसिन रजा, दानिश अंसारी, बुक्कल नवाब, और तारिक मंसूर हैं. कुछ समय पहले तक माना जाता था कि भाजपा मुस्लिमों को टिकट नहीं देती लेकिन कुछ समय से अपनी नीति में बदलाव किया है ताकि आने वाले चुनाव में मुस्लिम भाजपा की ओर झुक जाए.
कभी भी यूपी निकाय चुनाव का ऐलान हो सकता है और उसके बाद लोकसभा चुनाव का होने वाला है. इसलिए बीजेपी मुस्लिमों को रिझाने की कोशिश कर रही है ताकि उसको चुनाव में फायदा मिल सके.
यूपी नगर निगम चुनाव को लेकर सूबे में सरगर्मी बढ़नी शुरू हो गई है. मिली जानकारी के अनुसार इस निकाय चुनाव के दौरान नगर निगम का चुनाव ईवीएम से होगा तो वहीं नगरपालिका और नगर पंचायत की चुनाव बैलेट पेपर पर होगा. यह जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग की बैठक में सामने आई है. इसके साथ ही आयोग ने चुनाव के लिए पर्याप्त पुलिस बल मुहैया कराने के निर्देश भी दिए हैं.
इसके साथ ही इस चुनाव में निषपक्षता के लिए प्रतिबधता जताई है. उत्तर प्रदेश के निकाय चुनाव में महापौर, नगरपालिका अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष और सभासदों समेत कुल 14,684 पदों के लिए मतदान होने वाला है. इन पदों में 17 महापौर और 1420 पद पार्षद के हैं. इन पदों पर इवीएम के मदद से चुनाव किया जाएगा. इसके आलावा बाकी के पदों पर बैलेट पेपर से चुनाव होगा. इसके साथ ही जो पद संवेदनशील हैं उन स्थानों पर अतिरिक्त पुलिस की तैनाती भी की जाएगी.