नई दिल्ली। राजस्थान में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। 25 नवंबर को राज्य में मतदान होने वाले हैं। अभी फिलहाल प्रदेश में तमाम राजनीतिक पार्टियों में टिकट बंटवारे को लेकर मंथन का दौर चल रहा है। आदर्श आचार संहिता लगते ही भाजपा ने 41 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दिया था, लेकिन अब […]
नई दिल्ली। राजस्थान में विधानसभा चुनाव का शंखनाद हो चुका है। 25 नवंबर को राज्य में मतदान होने वाले हैं। अभी फिलहाल प्रदेश में तमाम राजनीतिक पार्टियों में टिकट बंटवारे को लेकर मंथन का दौर चल रहा है। आदर्श आचार संहिता लगते ही भाजपा ने 41 प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दिया था, लेकिन अब पार्टी थोड़ा थम गई है। भाजपा में भी टिकट बटवारे पर मंथन का का दौर चल रहा है। इसी बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सोमवार को उदयपुर पहुंच रहे हैं। बता दें कि वो उदयपुर संभाग की 28 विधानसभा सीटों के बीजेपी के अलग-अलग पदाधिकारियों के साथ बैठक करेंगे.
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के इस दौरे को लेकर बीजेपी के प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी रविवार शाम को उदयपुर पहुंचे और उन्होंने एक बैठक ली। बता दें कि जेपी
नड्डा की यह बैठक उदयपुर संभाग के पदाधिकारियों के साथ दो चरण में संपन्न होगी। इसमें उदयपुर शहर, उदयपुर देहात, चित्तौड़गढ़, प्रतापगढ़ जिले के पदाधिकारी शामिल होंगें। वहीं बैठक के दूसरे चरण में डूंगरपुर, बांसवाड़ा, राजसमंद, जिले के पदाधिकारी शामिल होंगे। बता दें कि इन क्षेत्रों में 28 विधानसभाएं हैं, जिसमें आगामी चुनाव से जुड़ी चर्चाएं होंगी। इस बैठक में जनप्रतिनिधि, संभाग प्रभारी, संभाग के प्रदेश पदाधिकारी सहित अन्य शामिल होंगे।
राजस्थान की इन मेवाड़ वागड़ की 28 विधानसभा सीटों पर सभी दलों की नजर गड़ी हुई है। इसलिए यहां भाजपा, कांग्रेस के साथ बीटीपी, बीएपी, आरएलपी तक अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी में हैं। वर्तमान स्थिति की बात करें तो यहां भाजपा 15 सीटों के साथ बढ़त में हैं, जिसे वो और अधिक बढ़ाना चाहती है। वहीं कांग्रेस 10 सीटों पर है। वहीं बीटीपी, बीएपी ने भी यहां की 16 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।