मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच भाजपा ने आज (7 जुलाई) विधायक दल की बैठक बुलाई है. ये बैठक शुक्रवार को मुंबई में होने वाली है जिसमें सभी विधायकों और विधानपार्षदों को बुलाया गया है. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र कैबिनेट का विस्तार करने को लेकर भी इस बैठक में चर्चा […]
मुंबई: महाराष्ट्र में चल रहे सियासी घमासान के बीच भाजपा ने आज (7 जुलाई) विधायक दल की बैठक बुलाई है. ये बैठक शुक्रवार को मुंबई में होने वाली है जिसमें सभी विधायकों और विधानपार्षदों को बुलाया गया है. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र कैबिनेट का विस्तार करने को लेकर भी इस बैठक में चर्चा होगी. इसके बाद सत्तारूढ़ बीजेपी मानसून सत्र के आयोजन से पहले भी एक बैठक का आयोजन करने जा रही है. इस दौरान भाजपा मानसून सत्र से पहले रणनीति तैयार करेगी. आइए जानते हैं सियासी गलियारों में क्या है भाजपा की बैठक को लेकर चर्चा.
गौरतलब है कि भाजपा की बैठक से पहले सीएम एकनाथ शिंदे वाले शिवसेना के विधायकों की भी बैठक हुई थी. इस बैठक के बाद सीएम शिंदे ने बताया था कि अजित पवार के आने के बाद से उनकी सरकार और भी मजबूत हो गई है. बता दें, NCP नेता अजित पवार की बगावत के बाद गठबंधन विधायकों की संख्या 200 से अधिक हो गई है जिसके उनकी सरकार का नंबर गेम भी मजबूत हुआ है.
दूसरी ओर एक दिन पहले मीडिया से बात करते हुए प्रदेश प्रमुख चंद्रशेखर बवानकुले ने बताया है कि सरकार इस समय बहुत शक्तिशाली हो गई है. बता दें, भाजपा की इस बैठक के बाद कैबिनेट विस्तार भी होना है जिसमें अजित पवार गुट के नेताओं को भी अहम जगह दी जा सकती है. दूसरी ओर अजित पवार अपने गुट के नेताओं के साथ उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से भी मुलाकात कर चुके हैं.
माना तो ये भी जा रहा है कि अजित पवार को कोई बड़ा विभाग दिया जा सकता है. फिलहाल के लिए वित्त और गृह विभाग जैसे अहम मंत्रालय की जिम्मेदारी देवेंद्र फडणवीस को दी गई है. गौरतलब है कि बीते रविवार यानी 2 जुलाई को अजित पवार ने अपनी पार्टी से बगावत करते हुए शिंदे सरकार और भाजपा से हाथ मिला लिया था. NCP में हुई दो फाड़ के बाद अजित पवार को डिप्टी सीएम का पद मिला जिनके साथ NCP के 8 विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली.
अब कैबिनेट विस्तार को लेकर भाजपा की नज़र बीजेपी और शिवसेना के उन नेताओं पर होगी जो खुद को संभावितों की दौड़ में देख रहे थे. हालांकि अजित पावर के NCP गुट के शामिल होने पर उन संभावितों की आस पर धूल चढ़ती दिखाई दे रही है. खबरें ये भी हैं कि शिवसेना के कुछ विधायकों ने अजित पवार के सरकार में शामिल होने पर नाराज़गी जताई है जिसे लेकर सीएम शिंदे ने बाद में उनसे मुलाकात की थी.