चंडीगढ़। हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस-बीजेपी ने कमर कस ली है। एक-एक सीट पर जीत के लिए दोनों पार्टी एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। सिरसा विधानसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट रोहताश जांगड़ा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है। कांग्रेस का हारना […]
चंडीगढ़। हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस-बीजेपी ने कमर कस ली है। एक-एक सीट पर जीत के लिए दोनों पार्टी एड़ी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। इसी बीच भाजपा ने बड़ा फैसला लिया है। सिरसा विधानसभा सीट से बीजेपी कैंडिडेट रोहताश जांगड़ा ने अपना नामांकन वापस ले लिया है।
सोमवार की सुबह भाजपा ने अचानक से गुप्त मीटिंग बुलाई, जहां रोहताश जांगड़ा के नामांकन वापसी पर फैसला लिया गया। बीजेपी इस सीट पर हरियाणा लोकहित पार्टी यानी HLP उम्मीदवार गोपाल कांडा को समर्थन देगी। गोपाल कांडा को इनेलो और बसपा की तरफ से पहले ही समर्थन मिला हुआ है।
रोहताश जांगड़ा ने नामांकन वापस लेने पर कहा कि मैंने संगठन के आदेश पर यह फैसला लिया। हम सब मिलकर कांग्रेस को हराएंगे। इससे पहले गोपाल कांडा ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वो अब भी NDA का हिस्सा हैं। जीतने के बाद वो बीजेपी से मिलकर सरकार बनाएंगे। उनका परिवार पहले से ही आरएसएस से जुड़ा रहा है। बता दें कि बीजेपी इससे पहले पिहोवा सीट से अपने प्रत्याशी को बदल चुकी है। हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर 5 अक्टूबर को मतदान है।
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