बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा 21 अप्रैल यानी शनिवार को पटना में आयोजित होने वाले 'राष्ट्र मंच' कार्यक्रम में खुद को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं. इस दौरान मंच पर उनके साथ बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा समेत भी मौजूद रहेंगे. कार्यक्रम में विपक्षी दलों के नेता और बीजेपी के अंतुष्ट नेता भी शिरकत करेंगे. माना जा रहा है कि सिन्हा पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार के खिलाफ अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ बड़ा ऐलान कर सकते हैं.
नई दिल्ली/पटनाः मोदी सरकार के खिलाफ अक्सर बगावती सुर अख्तियार करने वाले बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा विपक्षी दलों को साथ लेकर ‘राष्ट्र मंच’ कार्यक्रम करने जा रहे हैं. यह कार्यक्रम 21 अप्रैल यानी शनिवार को पटना में आयोजित होगा. बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में यशवंत सिन्हा अपने बारे में कुछ बड़ी घोषणा कर सकते हैं. फिलहाल उन्होंने इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर दिया और शनिवार तक का इंतजार करने की बात कही.
द प्रिंट की खबर के अनुसार, यशवंत सिन्हा ने कहा, ’21 अप्रैल को पटना में आयोजित कार्यक्रम में मैं खुद को लेकर एक बड़ा ऐलान करने वाला हूं. ये एक राजनीतिक ऐलान है और अभी फिलहाल मैं इस बारे में कोई जानकारी नहीं दे सकता. आपको उसी दिन इसका पता चल जाएगा.’ सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कार्यक्रम में यशवंत सिन्हा औपचारिक रूप से विपक्षी दलों के साथ आने का ऐलान कर सकते हैं और 2019 लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ संयुक्त मोर्चा बनाने का ऐलान कर सकते हैं.
बता दें कि इसी साल 30 जनवरी को पटना में यशवंत सिन्हा ने ‘राष्ट्र मंच’ के नाम से एक राजनीतिक मंच की शुरुआत की थी. इस कार्यक्रम में बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा भी शामिल हुए थे. शत्रुघ्न सिन्हा भी कई मौकों पर मोदी सरकार के खिलाफ आवाज उठाते रहे हैं. 21 अप्रैल को होने वाले कार्यक्रम में राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, रेणुका चौधरी भी शामिल होंगे. दोनों नेता राष्ट्र मंच के ऐलान के समय भी मौजूद थे. बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम में तृणमूल कांग्रेस के सांसद दिनेश त्रिवेदी, आरजेडी प्रमुख लालू यादव के बेटे और बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, आरएलडी नेता जयंत चौधरी, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह, आशुतोष, सपा के घनश्याम तिवारी, जेडीयू नेता उदय नारायण चौधरी और पवन वर्मा, पूर्व राजनयिक के.सी. सिंह और बीजेपी के असंतुष्ट नेता भी शामिल होंगे.
गौरतलब है कि 2014 लोकसभा चुनाव में यशवंत सिन्हा को उनके संसदीय क्षेत्र हजारीबाग से बीजेपी ने टिकट नहीं दिया था. उनके बेटे जयंत सिन्हा केंद्र सरकार में मंत्री हैं. 2014 लोकसभा चुनाव के बाद यशवंत सिन्हा को पार्टी से साइडलाइन किया जाने लगा. जिसके बाद वह पार्टी के भीतर की परेशानियों को सार्वजनिक मंचों से उठाने लगे. पिछले साल सितंबर में सिन्हा ने नोटबंदी और जीएसटी को लेकर मोदी सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था को तबाह करने का आरोप लगाया था. सिन्हा कई मौकों पर विपक्षी दलों के कार्यक्रमों में नजर आते रहते हैं और पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के खिलाफ हल्ला बोलते रहते हैं. बीते मंगलवार भी उन्होंने बीजेपी सांसदों को खुला खत लिखते हुए लोकतंत्र बचाने के लिए मोदी सरकार के खिलाफ खुलकर सामने आने की अपील की.
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