कोहिमा: नीतीश कुमार देशभर में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बना रहे हैं। विपक्ष को एक मंच पर लाने की कोशिश में लगे हैं। विपक्षी एकता को लेकर नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले कहा था कि अगर बीजेपी के खिलाफ सभी पार्टियाँ एकजुट हो जाएँ तो 2024 तक बीजेपी 100 सीटों तक सीमित हो जाएगी। […]
कोहिमा: नीतीश कुमार देशभर में बीजेपी के खिलाफ मोर्चा बना रहे हैं। विपक्ष को एक मंच पर लाने की कोशिश में लगे हैं। विपक्षी एकता को लेकर नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले कहा था कि अगर बीजेपी के खिलाफ सभी पार्टियाँ एकजुट हो जाएँ तो 2024 तक बीजेपी 100 सीटों तक सीमित हो जाएगी। एक तरफ नीतीश कुमार बीजेपी को टक्कर देने के लिए राष्ट्रीय मोर्चे का नेतृत्व कर रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ उनकी पार्टी ने नागालैंड में बीजेपी गठबंधन को समर्थन देने का ऐलान किया है, दरअसल, नागालैंड में हुए विधानसभा चुनाव में जेडीयू को एक सीट पर जीत मिली थी। जदयू के ज्वेंगा सेब ने त्सेमिन्यु विधानसभा क्षेत्र से जीत हासिल की। नागालैंड में भाजपा गठबंधन वाली NDPP सरकार बना रही है।
यहाँ NDPP ने 25 सीटों पर जीत हासिल की। बीजेपी ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी। चिराग पासवान गुट से लोजपा ने 02 सीटें जीतीं जबकि जदयू ने 1 सीट जीती। नागा पॉपुलर फ्रंट ने दो, नेशनल पीपुल्स पार्टी ने 5, एनसीपी ने 7 और अठावले इंडियन रिपब्लिकन पार्टी ने 2 सीटों पर जीत हासिल की थी।
नागालैंड चुनाव में राजद का खाता भी नहीं खुला था। राजद को यहाँ एक फीसदी से भी कम वोट मिले थे।
नगालैंड में चुनाव जीतने वाली सभी पार्टियों ने सरकार को समर्थन देने की बात कही है। उसके बाद कोई विपक्षी दल नहीं बचा। नीतीश कुमार की पार्टी के विधायक ने भी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है। इसके बाद जदयू ने भी पार्टी के इकलौते विधायक के बिखरने की आशंका से भाजपा के साथ एनडीपीपी सरकार को समर्थन देने की बात कही थी। समर्थन देने का ऐलान किया है जिसके बाद यहाँ विपक्ष में कोई पार्टी नहीं बची है। नीतीश कुमार की पार्टी के विधायक ने भी सरकार को समर्थन देने का ऐलान किया है। जिसके बाद पार्टी के इकलौते विधायक के टूटने के डर से जेडीयू ने भी बीजेपी की साथ वाली एनडीपीपी सरकार को समर्थन देने की बात कही है।
नागालैंड में चुनाव से पहले जदयू ने कहा था कि उनकी पार्टी के बिना नागालैंड में सरकार नहीं बनेगी। लेकिन जदयू यहाँ सिर्फ एक सीट ही जीत सकी, जबकि उनकी पार्टी के दो विधायक उपविजेता रहे। दूसरी ओर, लोजपा ने नागालैंड चुनाव में शानदार प्रदर्शन किया। LGP यहाँ 9 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर रहकर दो सीटें जीतने में सफल रही। LGP को कई सीटों पर बहुत कम वोटों से हार झेलनी पड़ी।