जयपुर: राजस्थान की भीलवाड़ा लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी अभी उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है. इस सीट को लेकर मंथन जारी है. पिछले दिनों भाजपा के पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल के कांग्रेस में जाने से कोटा सीट पर हलचल मचा हुआ है. प्रह्लाद के साथ ही पूर्व विधायक धीरज गुर्जर और विधायक अशोक […]
जयपुर: राजस्थान की भीलवाड़ा लोकसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी अभी उम्मीदवार घोषित नहीं कर पाई है. इस सीट को लेकर मंथन जारी है. पिछले दिनों भाजपा के पूर्व विधायक प्रह्लाद गुंजल के कांग्रेस में जाने से कोटा सीट पर हलचल मचा हुआ है. प्रह्लाद के साथ ही पूर्व विधायक धीरज गुर्जर और विधायक अशोक चांदना एक साथ भीलवाड़ा और कोटा पर असर डाल रहे हैं. इन तीनों के एक साथ होने से गुर्जर वोटर्स बड़ा खेला कर सकते हैं. इसलिए भारतीय जनता पार्टी भी यहां से किसी बड़े गुर्जर नेता को टिकट देकर भीलवाड़ा और कोटा दोनों सीटों को साधना चाह रही है।
दरअसल हिंडोली, जहाजपुर, आसींद और मांडल विधानसभा सीट पर गुर्जर वोटर्स बड़ा असर डालते हैं, यहां पिछली बार भाजपा की भारी वोटों के अंतर से जीत हुई थी. उस बार सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बनाने की नाराजगी का फायदा भाजपा को मिल गया था, इसलिए भाजपा को इस सीट पर 6 लाख मतों के अंतर से जीत मिली थी।
भीलवाड़ा लोकसभा क्षेत्र में कुल 8 विधानसभा सीटें आती हैं जिसमें मांडलगढ़, हिंडोली, आसींद, मांडल, शाहपुरा, जहाजपुर, सहाड़ा और भीलवाड़ा शामिल है. विधानसभा के मुताबिक देखा जाए तो मांडल लोकसभा सीट पर भाजपा, सहाड़ा पर भाजपा, मांडलगढ़ पर भाजपा, भीलवाड़ा पर निर्दलीय, शाहपुरा पर भाजपा, आसींद पर भाजपा, जहाजपुरा पर भाजपा और हिंडोली पर कांग्रेस के विधायक हैं।
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