UP: मुलायम सिंह यादव की जयंती आज, सैफई में पूर्व सीएम अखिलेश यादव करेंगे स्मारक का शिलान्यास

नई दिल्ली। सपा संस्थापक नेता मुलायम सिंह यादव की जयंती पर आज उनके नाम पर बनाए जा रहे स्मारक का शिलान्यास होगा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पूरे परिवार के साथ इसका शिलान्यास करेंगे। 10 अक्तूबर 2022 को उनके निधन के बाद अंत्येष्टि के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके परिवार […]

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UP: मुलायम सिंह यादव की जयंती आज, सैफई में पूर्व सीएम अखिलेश यादव करेंगे स्मारक का शिलान्यास

Arpit Shukla

  • November 22, 2023 10:38 am Asia/KolkataIST, Updated 12 months ago

नई दिल्ली। सपा संस्थापक नेता मुलायम सिंह यादव की जयंती पर आज उनके नाम पर बनाए जा रहे स्मारक का शिलान्यास होगा। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपने पूरे परिवार के साथ इसका शिलान्यास करेंगे। 10 अक्तूबर 2022 को उनके निधन के बाद अंत्येष्टि के दौरान सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उनके परिवार ने नेता जी के नाम पर सैफई में स्मारक बनवाने का फैसला लिया था। इसके तहत ही तैयारियां शुरू हो गई थीं। आज उनकी जयंती पर स्मारक का शिलान्यास सुबह 11 बजे सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव परिवार और सपा के नेताओं के साथ करेंगे। इसके लिए मंगलवार देर शाम तक तैयारियां चलती रहीं।

इस तरह से स्मारक बनाने की तैयारी

स्मारक की रूपरेखा में लोककला की झलक तथा गुणवत्ता का ध्यान रखा जाएगा। इस म्यूजियम में जमीन से जुड़े हुए भारत के गौरव, महान राजनीतिज्ञ नेताजी की सादगी और गुणवत्ता की भी झलक दिखेगी। उत्तर प्रदेश की भूमि पर इस स्मारक का स्वरूप समलंबाकार होगा। इसमें प्रमुखता से जमीन से जुड़े होने को ध्यान में रखते हुए दृश्यावली (लैंडस्केप) दिखेंगे। लैंडस्केप लोकजीवन से जुड़ी भव्य सामग्री से निर्मित एक रंग पट्टिका होगी। चारों ओर एक लंबी दीर्घा का प्रबंध किया गया है। जहां से अंत्येष्टि स्थल तक पहुंचा जा सकता है।

8.3 एकड़ जमीन पर बनेगा यो स्मारक

अंत्येष्टि स्थल भी अनेक तस्वीरों की श्रृंखला से दोनों तरफ से सुसज्जित होगा। बता दें कि यह स्मारक 8.3 एकड़ भूमि पर बनाया जाएगा। प्रवेश द्वार से अंत्येष्टि तक पहुंचने के लिए दृश्यावलियों की श्रृंखला, चौक और प्रांगण बनेंगे। दोनों ओर रम्य स्तंभों की योजना है। जिससे दर्शकों को एक सुखद और शांतिमय वातावरण की अनुभूति हो। मध्य में सभागार तक आवागमन के लिए चारों ओर घास के मैदान होंगे। स्मृति सभागार में दर्शकों को नेताजी को श्रद्धांजलि देने के दौरान मिलने जुलने तथा परामर्श करने की अनुमति होगी। स्मारक का निर्माण कार्य नेताजी के नाम से बनाए गए ट्रस्ट के जरिए किया जाएगा।

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