बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर सवाल उठ रहा है कि क्या वह चुनाव से पहले महागठबंधन के साथ जाएंगे? ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ दिन पहले ही राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने इस ऑफर को लेकर बयान दिया था. अब इस पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपना रुख साफ कर दिया है.
पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर सवाल उठ रहा है कि क्या वह चुनाव से पहले महागठबंधन के साथ जाएंगे? ऐसा इसलिए क्योंकि कुछ दिन पहले ही राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने इस ऑफर को लेकर बयान दिया था. अब इस पर पूर्व उपमुख्यमंत्री सह नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने अपना रुख साफ कर दिया है. बताया कि जदयू के लिए राजद का दरवाजा बंद हो गया है.
कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद यात्रा’ कार्यक्रम में सीतामढ़ी पहुंचे नेता प्रतिपक्ष ने सोमवार (30 दिसंबर) को राजोपट्टी स्थित परिसदन में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. उन्होंने पत्रकारों से कहा कि राजद ने सीएम नीतीश कुमार को फिर से साथ आने का ऑफर दिया है. इस पर तेजस्वी ने पहले तो कहा कि यह राजद का आधिकारिक बयान नहीं है. पत्रकारों ने जब राजद विधायक भाई वीरेंद्र के बयान का जिक्र किया तो उन्होंने कहा कि यह उनका (भाई वीरेंद्र) निजी बयान है. हालांकि, राजद में उनके (नीतीश कुमार) के लिए दरवाजे पूरी तरह से बंद हैं. अब उनसे (सीएम) बिहार संभाल नहीं पा रहे हैं. वह रिटायर हो चुके हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा कि ‘कार्यकर्ता दर्शन सह संवाद कार्यक्रम’ के जरिए संगठन को मजबूत करने और पार्टी की विचारधारा को घर-घर तक पहुंचाने पर विचार किया जाएगा. हर विधानसभा की समस्याओं से अवगत होंगे। नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक गरीबी और बेरोजगारी के मामले में बिहार देश में टॉप पर है. सबसे ज्यादा पलायन बिहार से ही होता है.
महंगाई चरम पर है और थाने व ब्लॉकों में भ्रष्टाचार चरम पर है. अपराध काफी बढ़ गया है. महंगाई की मार सबसे ज्यादा महिलाओं पर पड़ती है. इसी के चलते वे ‘माई-बहिन’ योजना लेकर आए हैं. उनकी सरकार बनते ही अगले माह महिलाओं को 2500 रुपये दिये जाने लगेंगे। इसके अलावा 200 यूनिट बिजली मुफ्त दी जाएगी. पेंशन योजनाएं भी बढ़ाई जाएंगी.
वृद्धावस्था पेंशन 400 रुपये से बढ़ाकर 1500 रुपये की जायेगी. नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जब वे सरकार में थे तो उन्होंने 10 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया था. 17 महीने में पांच लाख लोगों को नौकरी दी गयी. तब एक बार भी किसी परीक्षा का पेपर लीक नहीं हुआ था. अब BPSC परीक्षा का पेपर लीक हो रहा है. अभ्यर्थियों पर लाठियां बरसाई जा रही हैं.एफआईआर की कार्रवाई चल रही है. फिर भी नौकरी नहीं मिल रही. सीएम को आयोग के अध्यक्ष को हटाना चाहिए.
वहीं उन्होंने पटना के गर्दनीबाग में धरने पर बैठे बीपीएससी अभ्यर्थियों को अपना नैतिक समर्थन देने की बात कही. तेजस्वी यादव ने कहा, ”जब भी अभ्यर्थी उन्हें बुलाएंगे, वह जाएंगे. अभ्यर्थियों की समस्याओं को लेकर वह दो बार सीएम को पत्र लिख चुके हैं. किसी ने जवाब नहीं दिया.” इस मौके पर विस उपाध्यक्ष रामचन्द्र पूर्वे, पूर्व सांसद डॉ. अर्जुन राय, बाजपट्टी विधायक मुकेश यादव और राजद प्रवक्ता रितु जयसवाल समेत अन्य मौजूद थे.
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