प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी मांगों में परीक्षा रद्द कर नए सिरे से परीक्षा आयोजित करना शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आ रही हैं .
पटना : जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) द्वारा आयोजित 70वीं प्रारंभिक परीक्षा को रद्द करने की मांग को लेकर आमरण अनशन पर चले गए हैं। प्रशांत किशोर ने गुरुवार को पटना के गांधी मैदान में महात्मा गांधी की प्रतिमा के पास भूख हड़ताल शुरू की। इस मामले में पटना प्रशासन ने प्रशांत किशोर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है।
प्रशांत किशोर ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि उनकी मांगों में परीक्षा रद्द कर नए सिरे से परीक्षा आयोजित करना शामिल है। उन्होंने आरोप लगाया कि परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं सामने आ रही हैं, पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच के साथ ही दोषी और भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रशांत किशोर ने कहा कि वह बिहार में युवाओं के साथ हो रहे अन्याय, चरमराई शिक्षा व्यवस्था और भ्रष्ट प्रतियोगी परीक्षाओं के खिलाफ आमरण अनशन पर हैं। जब तक बिहार के युवाओं के साथ न्याय नहीं हो जाता, वह अनशन पर बैठे रहेंगे।
Bihar: जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर गांधी मैदान में BPSC अभ्यर्थियों के विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए, अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर चले गए. #Patna #Bihar #JanSuraaj #PrashantKishor #BPSC #inkhabar pic.twitter.com/0sipYzGYTH
— InKhabar (@Inkhabar) January 2, 2025
इससे पहले सोमवार को प्रदर्शनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य सचिव अमृत लाल मीना से मुलाकात की थी, जिसके बाद किशोर ने कहा था कि वे “48 घंटे” तक इंतजार करेंगे। अगर नीतीश कुमार सरकार 13 दिसंबर को होने वाली संयुक्त प्रतियोगी परीक्षाओं पर कोई कार्रवाई करने में विफल रही, तो आंदोलन तेज हो जाएगा।
प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि पटना उच्च न्यायालय के आदेशानुसार प्रशासन की ओर से धरना-प्रदर्शन के लिए गर्दनीबाग में स्थल चिह्नित किया गया है। जहां पिछले सात वर्षों से सभी राजनैतिक दल अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन आयोजित करते हैं। अब प्रशांत किशोर ने बिना अनुमति लिए प्रतिबंधित और अनधिकृत स्थल पर धरना दिया, जो गैर कानूनी और स्थापित परंपरा के विपरीत हैं। इसके लिए उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करते हुए नोटिस निर्गत किया जा रहा है। साथ ही धरना कार्यक्रम को निर्धारित स्थल गर्दनीबाग में स्थानांतरित करने को कहा जा रहा है, अन्यथा आगे विधि-सम्मत कार्रवाई की जाएगी।
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