पटना: बिहार के छमधुबनी जिल के बाबूबरही थाना क्षेत्र के सर्रा गांव के तथाकथित समाजसेवी को पुलिस ने ललित राम के अपहरण करने के आरोप में आज यानी 23 सितंबर को अरेस्ट किया है. इस सबंध में मधुबनी के एसपी सुशील कुमार ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि मनोज झा पर गिरफ्तारी के दौरान पुलिस पर मिर्ची फेंकवाने का भी आरोप है. गिरफ्तारी के बाद आरोपी से पूछताछ में पता चला कि मनोज झा इससे पहले ठगी के केस में भी जेल जा चुका है. इसके पास से कई फर्जी सीम कार्ड बरामद हुए हैं जिसका इस्तेमाल ठगी और धोखाधड़ी करने में किया गया है.
वहीं एसपी सुशील कुमार ने मनोज झा के पूर्व में बिहार, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में ठगी करने को लेकर एक दर्जन से अधिक केस दर्ज और जेल जाने की जानकारी दी है. आरोपी जस्टिस मिश्रा बनकर फर्जी कॉल करके केस में मदद लेता था. अभी मामले को लेकर जांच चल रही है, उन्होंने आगे कहा कि 17 सितंबर को ललित राम के अपहरण को लेकर तथाकथित समाजसेवी मनोज झा को गिरफ्तार किया गया. इसके खिलाफ बाबूबरही थाना में केस दर्ज किया गया था.
इसके बाद बाबूबरही थानाध्यक्ष को सूचना मिली कि तथाकथित समाजसेवी मनोज झा अपने घर पर प्रेस कॉन्फ्रेन्स करने वाले है. इसकी सूचना वरीय पदाधिकारी को देते हुए इस छापामारी दल का गठन करते हुए उक्त कांड के प्राथमिक अभियुक्त मनोज झा को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस दल पहुंचा. जब वहां पुलिस गई तो देखा कि वहां पर 50-60 महिला-पुरुष पहले से खड़े थे. वहीं पुलिस ने ललित राम के अपहरण करने के आरोप में मनोज झा को अरेस्ट कर लिया है और आगे की जांच जारी है.