पटना: बिहार की राजधानी पटना में भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान लाठीचार्ज मामले में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में पटना की एक अदालत में परिवाद पत्र दायर किया गया है. इस परिवाद पत्र में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर, पटना एसएसपी राजीव […]
पटना: बिहार की राजधानी पटना में भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान लाठीचार्ज मामले में नया मोड़ आ गया है. इस मामले में पटना की एक अदालत में परिवाद पत्र दायर किया गया है. इस परिवाद पत्र में सीएम नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव समेत पटना के जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर, पटना एसएसपी राजीव मिश्रा का नाम शामिल है जिनको नामजद आरोपी बनाया गया है.
ये परिवाद पत्र भाजपा नेता कृष्णा सिंह कल्लू द्वारा दायर किया गया है. जहां पटना व्यवहार न्यायालय के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आईपीसी धारा 302, 307, 323, 341, 354 और 120बी के तहत परिवाद पत्र दायर किया गया है. भाजपा नेता के अधिवक्ता सुनील कुमार सिंह ने इस बात की जानकारी दी है. बता दें, परिवाद में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत कई अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है कि 13 जुलाई को पटना गांधी मैदान से विधानसभा तक शांतिपूर्ण मार्च पहले से निर्धारित था. भाजपा के कई बड़े नेता और कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से मार्च कर रहे थे जिस दौरान पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया.
डाक बंगला चौराहा के पास हो रहे इस मार्च पर एक साथ वाटर कैनन, अश्रु गैस और लाठी से हमला किया गया. बिहार पुलिस द्वारा किए गए इस हमले में भाजपा नेता विजय कुमार की मौत हो गई. इस मामले में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह, पटना के एसएसपी राजीव मिश्रा, पटना डीएसपी अशोक कुमार सिंह, गांधी मैदान थाना के प्रभारी पदाधिकारी अरुण कुमार को नामजद आरोपी बनाया गया है.
इस जांच टीम में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवरदास, सांसद मनोज तिवारी, सांसद विष्णु दयाल राम और सांसद सुनीता दुग्गल शामिल है. जांच टीम पटना के डाकबंगला चौराहा, आइजीआइएमएस, पीएमसीएच का दौरा किया . साथ ही स्थानीय लोगों से बातचीत की,बातचीत के आधार पर जाँच करने आए सदस्यों का कहना था कि ये सरकार की सुनियोजित साजिश के तहत लाठीचार्ज किया गया है क्योंकि जिस तरीके से एक साथ लाठीचार्ज, वाटरकैनन , टियर गैस का उपयोग हुआ इससे यही जाहिर होता है , साथ ही हमने स्थानीय लोगों से बातचीत की इसके अलावा लोगों की और मीडियाकर्मियों का जो वीडियो सामना आया है उससे यही स्पष्ट होता है.