bihar mujaffarpur shelter home rape case: बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में 42 में से 34 बच्चियों से रेप का मामला सामने आने के बाद सनसनी फैल गई है. लड़कियों ने बालिका गृह के संचालक बृजेश ठाकुर और एक नेताजी को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
मुजफ्फरपुर. बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित बालिका गृह में बच्चियों से रेप का मामला सामने आने के बाद सनसनी फैल गई है. शनिवार को मेडिकल रिपोर्ट में 34 लड़कियों के साथ रेप की पुष्टि हुई है. मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी गई है. इस बालिका गृह में 7-18 साल की लड़कियां रहती थीं.
गवाही में लड़कियों ने मजिस्ट्रेट को बताया कि उन्हें ड्रग्स दिए जाते थे, भूखा रखा जाता था और हर रात बलात्कार किया जाता था. कई लड़कियों को बोलने में भी तकलीफ हो रही थी. उन्होंने कहा कि खाने में नशीला पदार्थ मिलाया जाता था और नग्न सुलाया जाता था. जरा सा विरोध करने पर छड़ी से बुरी तरह मारा जाता था.
एनबीटी के मुताबिक पीड़ित बच्चियों ने न्यायिक मजिस्ट्रेट के सामने दो लोगों के नाम लिए हैं. इनमें से एक को उन्होंने ‘नेताजी’ और दूसरे को हंटरवाला अंकल कहा. रिपोर्ट के मुताबिक जिन्हें नेताजी कहा जा रहा है, वह बिहार सरकार में मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्रेश्वर वर्मा हैं. जबकि हंटरवाला अंकल बालिका सुधार गृह सेवा संकल्प एंव विकास के संचालक बृजेश कुमार ठाकुर को कहा जा रहा है. बृजेश ठाकुर और अन्य 9 स्टाफ सदस्य न्यायिक हिरासत में हैं. बृजेश लड़कियों को छड़ी से पीटता था, जिसके कमरे में आते ही लड़कियां बुरी तरह डर जाती थीं.
टीओआई के मुताबिक एक लड़की ने बताया, ‘खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया जाता था, जिसके कारण मुझे चक्कर आते थे. बालिका गृह की आंटियां मुझे बृजेश सर के रूम में सोने को कहती थीं और वह किसी मेहमान के आने की बात भी करती थीं. जब मैं सुबह उठती थी तो मेरी पैंट मुझे जमीन पर पड़ी मिलती थी.’
अन्य लड़कियों ने भी गवाही में हैरान करने वाले खुलासे किए हैं. घरेलू काम करने वाली एक लड़की ने कहा कि अगर वह ‘दवाई’ खाने से मना करती थी तो एक शख्स उसे पीटता था. एक अन्य लड़की ने कहा कि बृजेश अॉफिस में ले जाकर उसके प्राइवेट पार्ट्स को नोचता था. उसने अदालत को बताया, ”वह इतनी बुरी तरह नोचता था कि कई जगहों से कट जाता था.”
कई लड़कियों पर गर्म पानी और तेल भी डाला जाता था. एक लड़की ने यह भी बताया कि कैसे वह और अन्य लड़कियां अपने ही हाथ और पैर टूटे शीशे से काट लिया करती थीं, ताकि यौन शोषण से बच सकें. एक और लड़की ने कहा कि उसके साथ सिर्फ एनजीओ ही नहीं बाहर के लोगों ने भी रेप किया. उसे कई बार बालिका गृह से बाहर ले जाया जाता था. उसने कहा, मुझे नहीं मालूम कि वह कहां ले जाते थे. अगले दिन ही मुझे वापस लाया जाता था.
बालिका गृह कांडः मुजफ्फरपुर ही नहीं, बिहार की इन 15 संस्थाओं में भी बच्चों से हो रही दरिंदगी
मुजफ्फरपुर यौन शोषण: बालिका गृह पहुंची CBI, पॉस्को एक्ट के तहत केस दर्ज