पटना: इस समय बिहार की सियासत पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई मामले में गरमाई हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार कारा हस्तक, 2012 कानून में संशोधन किए जाने के बाद हत्या के मामले में सजा काट रहे आनंद मोहन को रिहा करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. ऐसे […]
पटना: इस समय बिहार की सियासत पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन की रिहाई मामले में गरमाई हुई है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा बिहार कारा हस्तक, 2012 कानून में संशोधन किए जाने के बाद हत्या के मामले में सजा काट रहे आनंद मोहन को रिहा करने का नोटिफिकेशन जारी कर दिया गया है. ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस फैसले को लेकर कई सवाल खड़े किए जा रहे हैं. बिहार सरकार के इस संशोधन को लेकर भेदभाव करने का आरोप लगाया जा रहा है. ये आरोप और किसी ने नहीं बल्कि भाकपा माले ने लगाया है साथ ही 6 टाडा बंदियों की रिहाई की मांग की है.
#WATCH | "What's the controversy in this? He has served his sentence and is being released legally," says Bihar Deputy CM Tejashwi Yadav on Bihar govt amending the prison rules allowing the release of 27 convicts including former MP Anand Mohan Singh pic.twitter.com/E2rPXg1hEK
— ANI (@ANI) April 25, 2023
इसी कड़ी में अब भाकपा माले 28 अप्रैल को धरना प्रदर्शन करेगी. अब बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का भी बयान आ गया है. उन्होंने साफ़-साफ़ कहा है कि इस बात में विवाद की क्या बात है. मीडिया को दिए एक बयाना में तेजस्वी यादव ने कहा- इसमें विवाद क्या है? उन्होंने अपनी सज़ा काटी है और जो क़ानूनी तरीका है वह उस क़ानूनी तरीके से रिहा हुए हैं। सुशील मोदी जी ही उनको छोड़ने की मांग कर रहे थे. गौरतलब है कि पूर्व सांसद आनंद मोहन साल 1994 में गोपालगंज के डीएम की हत्या के मामले में सजा काट रहे थे. लेकिन अब उन्हें रिहा कर दिया गया है.
गौरतलब है कि कल यानी सोमवार (24 अप्रैल) को ही पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह की रिहाई का नोटिफिकेशन राज्य सरकार जारी कर चुकी है. जहां आज वह सभी औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए पटना से सहरसा के लिए रवाना हुए हैं. इसी दौरान जब उन्हें पत्रकारों ने घेर लिया तो उन्होंने कहा कि वह पैरोल सरेंडर करेंगे और इसके बाद वह जेल से रिहाई से जुड़ी अन्य फॉर्मेलिटीज को पूरा करेंगे। बता दें, इस समय पूर्व सांसद अपने बेटे की शादी की तैयारियों में भी जुटे हुए हैं जिसके लिए वह पहले से ही 15 दिन की पैरोल पर जेल से बाहर थे. इसी बीच राज्य सरकार ने उनकी रिहाई को मंजूर कर दिया है.
पत्रकारों से बातचीत करते हुए आनंद मोहन सिंह ने उनकी रिहाई के विरोध में उठ रहे सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अब वह किस पार्टी से जुड़ेंगे इस बात का फैसला उनके बेटे की शादी के बाद लिया जाएगा. साथ ही संघर्ष के साथियों के साथ मिलकर वह इस विषय पर विचार विमर्श करेंगे इसके बाद ही वह किसी भी तरह का फैसला लेंगे. इस दौरान जब उनसे सवाल किया गया कि क्या रिहाई के बाद उनका वही अंदाज़ देखने को मिलेगा तो उन्होंने कहा कि नेचर और सिग्नेचर तो अंतिम में ही बदलता है।