बिहार/ देश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। रोजाना कोरोना मामलों में वृद्धि दर्ज होती जा रही है और मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है। कोरोना की दूसरी लहर तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रही है, खतरनाक तरीके से संक्रमण फेला रही है। अस्पतालों में बेड खत्म होते जा रहे है, मरीज ऑक्सीजन की कमी से अपनी जान गवां रहे है और अस्पतालों में दवाईयां भी मौजूद नही है। इन समस्याओं से मरीजों को जूझना पड़ रहा है।
कोरोना संकट पर पटना हाई कोर्ट ने बिहार सरकार को लताड़ भी लगाई है। ऑक्सीजन की कमी पर हैरानी जताते हुए कोर्ट ने कहा कि दुख की बात है कि केंद्र सरकार की तरफ से निर्धारित 194 मीट्रिक टन ऑक्सीजन में से राज्य सरकार महज 90 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का ही उठाव कर पा रही है, फिर भी सरकार दावा कर रही है कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी नहीं है। पटना हाई कोर्ट ने सरकार के दावों को खारिज करते हुए कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी है। कोर्ट ने पूछा कि अगर ऑक्सीजन की कमी नहीं है तो फिर ऑक्सीजन की कमी से मरीजों की मौत कैसे हो रही है? कोर्ट ने निर्देश दिया कि केंद्र सरकार की ओर से तय 194 मीट्रिक टन ऑक्सिजन का उठाव राज्य सरकार सुनिश्चित क करें।
वहीं राजस्थान और यूपी सरकार के बाद बिहार सरकार ने भी आदेश दिया है कि बिहार में अंतिम संस्कार करने में कोई पैसा नहीं लगेगा। अंतिम संस्कार मुफ्त होगा। अंतिम संस्कार मुफ्त कराने का ऐलान बिहार सरकार ने किया है।बिहार में बुधवार को अब तक के सर्वाधिक 13 हजार 374 नए कोरोना पॉजिटिव मामले आए, जबकि 84 कोरोना मरीजों की मौत हो गई। वहीं 8 हजार 818 कोरोना मरीज स्वस्थ्य हुए। इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़ कर 98 हजार 747 हो गई है। पिछले 24 घंटे में एक लाख तीन हजार 895 कोरोना सैंपलों की जांच की गई है। इस तरह संकमण दर 12.87% हो गई।
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