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Bihar: साइनस के ऑपरेशन से चली गई आंखों की रोशनी, घरवालों ने डॉक्टर पर लगाया आरोप

दरभंगा। बिहार के दरभंगा के बेंता स्थित पन्ना यूरो एन्ड ईएनटी अस्पताल से एक घटना सामने आई है। जिसमें साइनस का इलाज कराने गई एक मरीज ने डॉक्टरों पर इस बात का आरोप लगाया है कि ऑपरेशन के बाद उसके बायें आंख की रोशनी पूरी तरह से चली गई। जिसके बाद मरीज के परिजनों ने […]

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Bihar: साइनस के ऑपरेशन से चली गई आंखों की रोशनी, घरवालों ने डॉक्टर पर लगाया आरोप
  • May 23, 2023 8:18 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

दरभंगा। बिहार के दरभंगा के बेंता स्थित पन्ना यूरो एन्ड ईएनटी अस्पताल से एक घटना सामने आई है। जिसमें साइनस का इलाज कराने गई एक मरीज ने डॉक्टरों पर इस बात का आरोप लगाया है कि ऑपरेशन के बाद उसके बायें आंख की रोशनी पूरी तरह से चली गई। जिसके बाद मरीज के परिजनों ने अस्पताल में जमकर बवाल मचाया। इस घटना के बाद स्थानीय लहेरियासराय पुलिस थाने में मामले की लिखित शिकायत भी कराई गई है।

जानिए पूरा ममला

दरअसल, मधुबनी जिला के झंझारपुर थाना क्षेत्र के बेहट गांव निवासी अरुण कुमार राय ने बेता स्थित पन्ना यूरो एंड ईएनटी अस्पताल में डॉ. मोना सरावगी के यहां 19 नवम्बर को अपनी 52 वर्षीय बहन सीमा राय उर्फ रेखा देवी को साइनस के ऑपरेशन के लिए एडमिट कराया था। एडमिट करने से पहले डॉ. मोना सरावगी ने कई प्रकार के जांच कराए। जिसके बाद डॉक्टर ने कहा कि मरीज के दाहिने नाक का ऑपरेशन करना होगा। क्योंकि नाक में मांस भर गया है। जिसके वजह से मरीज को इतनी दिक्कत हो रही है।

डॉक्टर की सलाह और मरीज की मंजूरी के बाद मरीज का ऑपरेशन हुआ। जिसके बाद सीमा को महसूस हुआ कि उसकी बायीं आंख में कुछ दिक्कत आ रही है। सीमा ने इस बात की जानकारी अपने भाई को दी जिसके बाद सीमा के भाई अरुण ने अस्पताल में काफी बवाल मचाया। बताया जा रहा है कि आंख की रोशनी चले जाने के कारण मरीज यानी सीमा राय डिप्रेशन में चली गई है।

डॉक्टर ने मामले को बताया निराधार

पन्ना यूरो एंड ई एनटी अस्पताल की डॉ. मोना सरावगी ने अपने ऊपर लगाए गए आरोप को निराधार बताया है। इस मामले में डॉक्टर का कहना है कि इस प्रकार के इलाज में आंखों की रोशनी जाने का अंदेशा रहता है जिसकी जानकारी मरीज के परिजनों को ऑपरेशन से पहले ही दे दी गई थी। उनके कबूलनामें के बाद ही ऑपरेशन किया गया है। डॉक्टर ने यह भी बताया कि मरीज द्वारा इस सूचना के बाद उसे तुरंत नेत्र विशेषज्ञ के पास ले जाया गया। जहां चेक अप के दौरान पता चला कि आंख में किसी प्रकार की समस्या नहीं है। 15 दिनों में आंख की रोशनी वापस आ जाएगी और साथ ही मरीज के पूरे इलाज का खर्चा अस्पताल खुद कर रही है।

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